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India News (इंडिया न्यूज़), Barghat Vidhan Sabha Seat: मध्य प्रदेश का सिवनी जिला राजनीतिक रूप से काफी अहम क्षेत्र कहा जाता है। इस सिवनी जिले में 4 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें से 2 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। वहीं जिले की 4 विधानसभा सीटों में से 2 पर बीजेपी का कब्जा है और 2 कांग्रेस के पास है। सिवनी की एक विधानसभा सीट जिस पर कांग्रेस का कब्जा बनाई हुई है। दरअसल यह शहर ‘द जंगल बुक’ के मोगली के घर की वजह से माना जाता है। साथ ही यह पेंच टाइगर रिजर्व बरघाट विधानसभा सीट से भी आती है।
बता दें कि, सिवनी जिले की बरघाट सीट एसटी वर्ग के लिए आरक्षित है। वहीं 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां पर 7 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला रहा। जिसमे कांग्रेस के अर्जुन सिंह ने बीजेपी के नरेश वारखड़े को हराया था। इस मतदान में अर्जुन सिंह को 90,053 वोट मिले थे, तो नरेश के खाते में 82,526 वोट ही आए। वहीं कांग्रेस ने यहां से 7,527 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी।
बरघाट सीट पर कुल वोटरो की संख्या 2,21,624 थी। जिसमें पुरुष वोटर्स की संख्या 1,10,740 थी तो वहीं महिला वोटरों की संख्या 1,10,882 थी। इसके साथ ही इसमें से कुल 1,85,681 (84.9%) वोट पड़े थे। NOTA को पक्ष में 2,372 (1.1%) वोटिंग किए गये थे।
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित बारघाट सीट के राजनीतिक इतिहास की अगर बात करें तो अभी इस सीट पर कांग्रेस का ही कब्जा है। वहीं इससे पहले 2 चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी। वहीं 2013 के चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी कमल मर्स्कोले ने जीत हासिल की थी। साथ ही इससे पहले भी 2008 के चुनाव में भी बीजेपी के टिकट पर कमल मर्स्कोले को विजय मिली थी। कांग्रेस ने 2018 के चुनाव में बीजेपी की हैट्रिक पर ब्रेक लगाया था और इस सीट पर कांग्रेस ने कब्जा जमा लिया था। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले का असार रहा, क्योंकि बीजेपी और कांग्रेस के अलावा गोंडवाणा गणतंत्र पार्टी (GGP) भी यहां पर अच्छी खासी अपनी पकड़ रखती है।
बरघाट की सीट आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र हैं ऐसे में यही वर्ग यहां के हार-जीत का फैसला करते हैं। बरघाट सीट महाराष्ट्र सीमा से लगता है। इस क्षेत्र में करीब एक लाख आदिवासी वोटर्स रहते हैं, तो 50 हजार से अधिक पवार बिरादरी व 20 हजार से अधिक एससी वोट है। यह क्षेत्र धान की खेती के लिए भी प्रसिद्ध है।
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