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India News(इंडिया न्यूज), Bharat Ki Shaan: बीकानेर के प्रसिद्ध समाजसेवी महावीर रांका को समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए इंडिया न्यूज़ का प्रतिष्ठित ‘भारत की शान’ पुरस्कार मिला है। समाजसेवा को लेकर महावीर रांका के नाम अनेक कार्य हैं। इनके द्वारा संचालित रामलाल सूरजदेवी रांका चैरिटेबल ट्रस्ट लोगों की भलाई के लिए समर्पित है। ट्रस्ट ने कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान ना केवल 200 सिलेंडर का इंतज़ाम किया बल्कि ऑक्सीजन बैंक की स्थापना भी की ताकि मरीजों को कोई दिक्कत नहीं हो। इसके अलावा कोरोना काल में लॉकडाउन के समय जब सबकुछ बंद था तो इन्होंने ना केवल लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की बल्कि जीव प्रेम दिखाते हुए कोरोना काल में पशुओं के लिए चारे और रोटी का इंतजाम भी किया।
किसी ने बिल्कुल ठीक ही कहा है कि व्यक्ति की प्रतिभा उसके बाल्यकाल से ही नजर आ जाती है। महावीर रांका ने परिवार के संस्कार और परंपराओं को अपने आचरण और चरित्र में उतारते हुए जीव दया की भावना से उम्र के पड़ाव चढ़ने शुरू किए और देखते ही देखते बीकानेर के जरूरतमंद लोगों के कल्याण के लिए जब-जब जरूरत पड़ी सामने आए। इनका प्रेम जितना इंसानों के लिए है उतना ही पर्यावरण और के जीव-जंतुओं के लिए भी है। सब के प्रति एक ऐसे मित्र और सखा भाव को मजबूत करते हैं जो इनसे मिलता है, इन्हीं का होकर रह जाता है। बीकानेर या आसपास जब भी कोई आपदा या समस्या आती है तो उम्मीद भरी निगाहों से लोग इनकी ओर देखना शुरू कर देते हैं।
रामलाल रांका के घर में जन्म लेकर परिवार के बड़े बुजुर्गों के प्रति आज्ञा का भाव, गुरु और ईश्वर की प्रति आस्था और कथनी और करनी में कभी भेद नहीं करते हुए साफ-साफ कहने की आदत इन्हें भीड़ से अलग पहचान देती है।
अपने पिताजी के निधन के बाद रामलाल सूरज देवी रांका चेरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से इन्होंने सामाजिक सरोकारों और समाज सेवा के दायरे को और विस्तार देना शुरू किया। इस कड़ी में जरूरतमंद लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, भोजन और असहाय लोगो के साथ पर्व और त्याहारो के जश्न को, उनके साथ ही मनाने का जज्बा, अनाथ बेटियो के लिए बालिका आश्रम के निर्माण के साथ उनकी परवरिश और शिक्षा-दीक्षा की जिम्मेदारी, हेलमेट वितरण के विशाल कार्यक्रम, राशन वितरण के अनवरत आयोजन, हजारों कंबल जरूरतमंद लोगों को देना, इनके स्वभाव का हिस्सा बन गया।
महावीर रांका खेल और खिलाड़ी को भी प्रोत्साहित करने में अपना समग्र सहयोग देते है। अपने शहर की कला संस्कृति, आध्यात्म और धार्मिक आयोजनों का भी पूरा ख्याल रखते हैं। सन् 2021 में जब वह राजस्थान शतरंज संघ के अध्यक्ष बने तो 2022 में बीकानेर में पहली बार ‘अंतर्राष्ट्रीय ओपन ग्रांड मास्टर्स शतरंज’ का आयोजन हुआ और 15 देशों के विजेता खिलाड़ियों को 30 लाख रुपये के पुरस्कार दिए गए।
महावीर रांका ने अनेक गैर राजनीतिक ट्रस्टों, संस्थाओं के संरक्षक और पदाधिकारी के पद को सुशोभित किया है। कुछ के नाम गिनाए जाएं तो फौजी संघ-बीकानेर, द्वारकाधीश सेवा संस्थान-बीकानेर, अखिल भारतीय तेरापंथ महासभा, आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान, नई लाइन ओसवाल पंचायत कई संस्थाएं हैं जहां महत्वपूर्ण पदों पर ये सवाएं दे चुके हैं।
बीकानेर में महावीर रांका नगर विकास न्यास अध्यक्ष रहे लेकिन गाड़ी, घर, वेतन जैसी कोई सुविधाएं नहीं ली और न्यास अध्यक्ष के दौरान ही करीब 250 करोड़ रुपये के विकास कार्य करवाए। बालिका गृह भवन निर्माण कराने पर राजस्थान सरकार ने इनको पुरस्कृत भी किया है। साथ ही अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद ने इनको ‘युवा गौरव सम्मान’ भी प्रदान किया है।
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