होम / Bhim Army Chief: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर हमला करने वालों की कार बरामद, पुलिस ने हिरासत में लिए चार संदिग्ध

Bhim Army Chief: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर हमला करने वालों की कार बरामद, पुलिस ने हिरासत में लिए चार संदिग्ध

Mudit Goswami • LAST UPDATED : June 29, 2023, 6:40 pm IST
ADVERTISEMENT
Bhim Army Chief: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर हमला करने वालों की कार बरामद, पुलिस ने हिरासत में लिए चार संदिग्ध

Bhim Army Chief

India News (इंडिया न्यूज़) Bhim Army Chief:  बीते दिन भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमला किया गया था। इस मामले में पुलिस ने जांच के दौरान हमलावरों की कार बरामद की है। इसके अलावा पुलिस ने चार संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है। इस मामले में पुलिस संदिग्धों से पुछताछ कर रही है। इस मामले में भीम आर्मी के पदाधिकारी और चंद्र शेखर के साथी मनीष कुमार ने सहारनपुर के देवबंद थाने में FIR दर्ज कराई थी। जानकारी के मुताबिक दायार केस में हत्या के प्रयास के साथ-साथ एससी-एसटी एक्ट भी लगाया गया है।

हरियाणा नंबर की गाड़ी से हुआ हमला

बता दें कि बुधवार (28 जून) ही सहारनपुर के देवबंद पहुंचे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर फायरिंग की गई थी। इस हमले में चंद्रशेखर घायल हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए देवबंद के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चंद्रशेखर अपनी फॉर्चूनर कार से देवबंद दौरे पर पहुंचे थे। तभी अचानक उनकी गाड़ी पर अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग कर दी थी। हमलावरों की गाड़ी का नंबर एचआर 70D0278 बताया जा रहा है। इस हमले में वो घायल हो गए थे। हालांकि गरिमत रही कि गोली उन्हें छूकर निकल गई थी। उनकी हालत खतरे से बाहर है।

हमले के दौरान चार राउंड की फायरिंग की गई

वहीं, हमलावरों की पहचान करने के लिए पुलिस लगातार आसपास के इलाकों में सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी। जिस समय हमला हुआ, उस वक्त चंद्रशेखर दिल्ली से अपने घर लौट रहे थे। रास्ते पर ही उनकी गाड़ी में हमला हो गया। पीछे से आई हरियाणा नंबर की गाड़ी में सवार हमलावरों ने उनकी कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इस दौरान कुल चार राउंड फायरिंग हुई थी।

कौन हैं चंद्रशेखर आजाद?

दरअसल चंद्रशेखर आजाद वकील और दलित-बहुजन अधिकार कार्यकर्ता व राजनेता हैं। वह भीम आर्मी के सह-संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। बता दें कि फरवरी 2021 में, टाइम पत्रिका ने उन्हें 100 उभरते नेताओं की अपनी वार्षिक सूची में शामिल किया था। वहीं,  उन्होंने नरेंद्र मोदी के खिलाफ 2019 में वाराणसी से चुनाव लड़ने की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में उन्होंने सपा/बसपा गठबंधन को समर्थन देते हुए हाथ खींच लिया। आजाद ने खुद को दलित आइकन के रूप में स्थापित करने में लगे हैं।

ये भी पढ़ें – Rahul Gandhi Manipur Visit: मणिपुर के दो दिवसीय दौरे के लिए इंफाल पहुंचे राहुल गांधी,अपने दौरे के दौरान करेंगे ये अहम काम 

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT