संबंधित खबरें
Muslim Population In India: भारत का एकलौता राज्य जहां 100 में 97 मुसलमान, लेकिन फिर भी इस प्रदेश में नहीं है कोई इस्लाम का नाम लेने वाला तक!
बेटे ने हनीमून पर ऐसा क्या किया कि घर वालों को आ गई पुलिस की फोन, सुन दंग रह गए लोग, पड़ोसी ने खोली सारी पोल
Parade of Planets: इन तारीखों को रात के अंधेरे में देखें आसमान, मिलेगा स्वर्ग का सीधा नजारा, 6 ग्रह मिलकर करेंगे ऐसा कारनामा
775 करोड़ की मालकिन, पीठ पर झोला डालकर पहुंची कुंभ, Viral Video देख हैरानी में पड़ गए लोग
महाकुंभ में आए IITian बाबा के झोले ने खोली उनकी सारी पोल-पट्टी…इस लड़की ने खंगोल डाला सारा थेला, फिर निकला…?
ऐसे ही IIT ग्रेजुएट नहीं बन गया बाबा, पिता ने किया ऐसा खुलासा,सुन कांप गई लोगों की रूह
India News (इंडिया न्यूज़), IT Stocks Crash: अमेरिका की दिग्गज आईटी कंपनी एक्सेंचर ने वर्ष 2024 के लिए अपने रेवेन्यू के गाइडेंस को घटा दिया है।जिसकी वजह से गुरुवार को अमेरिकी स्टॉक मार्किट में भारतीय आईटी स्टॉक्स के एडीआर में भारी गिरावट दर्ज की गई। जिसके बाद इसका असर शुक्रवार (25 मार्च) को भारतीय शेयर बाजार में देखने को मिला। दरअसल बाजार खुलते ही आईटी स्टॉक्स औंधे मुंह जा गिरे। निफ्टी के आईटी इंडेक्स 1300 अंक नीचे जा लुढ़का। दरअसल आईटी स्टॉक्स में सबसे बड़ी गिरावट विप्रो के स्टॉक में देखने को मिली। जो पिछले दिन के क्लोजिंग प्राइस से 4 फीसदी नीचे फिसल गया।
बता दें कि विप्रो के अलावा इंफोसिस के स्टॉक में भी तेज गिरावट देखने को मिली, जहा शेयर 3.66 फीसदी की गिरावट के साथ 1500 रुपये के नीचे जा फिसला। वहीं शुरुआती गिरावट के बाद निचले लेवल से आईटी स्टॉक्स में थोड़ी रिकवरी आई है। फिलहाल निफ्टी का आईटी इंडेक्स 685 अंकों की गिरावट के साथ 35,348 अंकों पर कारोबार कर रहा है। फिलहाल 2.16 फीसदी, कोफॉर्ज 2.05 फीसदी, एमफैसिस 2 फीसदी, एचसीएल टेक 2 फीसदी, टीसीएस 1.32 फीसदी, एल एंड टी टेक्नोलॉजी 1.15 फीसदी और टेक महिंद्रा 1.14 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। दरअसल, बीएसई का आईटी इंडेक्स भी 600 अंकों के करीब गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है जो सुबह 1200 अंकों तक नीचे जा लुढ़क गया था।
बता दें कि, अमेरिकी आईटी कंपनी एक्सेंचर ने 2024 के लिए जो गाइडेंस जारी किया है उसमें वैश्विक आर्थिक संकट के मद्देनजर रेवेन्यू अनुमान को घटा दिया गया है। दरअसल कंपनी ने रेवेन्यू गाइंडेस को घटाकर 1 से 3 फीसदी कर दिया गया है। दरअसल एक्सेंचर को लगता है कि कंपनियां कठिन हालात के मद्देनजर प्रोजेक्ट्स पर किए जाने वाले खर्च में कटौती करेंगी। जिस की वजह से आईटी सर्विसेज के डिमांड पर असर पड़ेगा। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने अपने रिपोर्ट में कहा कि एक्सेंचर ने रेवेन्यू गाइडेंस को 2 से 5 फीसदी से घटाकर 1 से 3 फीसदी कर दिया है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.