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Bilaspur News: बिलासपुर के कंदरौर में निर्मित हो रहा है देश का सबसे बड़ा एवं ऊंचा शिवालय,50 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है काम…

BY: Itvnetwork Team • LAST UPDATED : July 18, 2023, 4:27 pm IST
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Bilaspur News: बिलासपुर के कंदरौर में निर्मित हो रहा है देश का सबसे बड़ा एवं ऊंचा शिवालय,50 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है काम…

Bilaspur News: बिलासपुर के कंदरौर में निर्मित हो रहा है देश का सबसे बड़ा एवं ऊंचा शिवालय…

India News (इंडिया न्यूज़),Bilaspur News: जिला बिलासपुर के कंदरौर में देश का सबसे बड़ा एवं ऊंचा शिवालय निर्मित हो रहा है। शिवालय निर्माण कार्य 50 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। हम आपको बताते चलें कि मनोकामेश्वर शिव मंदिर शिमला – हमीरपुर एनएच पर दाईं ओर सतलुज नदी के किनारे पर स्थित है। इस पुरातन धार्मिक स्थल पर जन सहयोग से देश के सबसे बड़े शिवालय का निर्माण करवाया जा रहा है।

मंदिर के बाबा ने बताया

मंदिर के बाबा जोगिंदर पुरी ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि करीब 3 वर्ष पूर्व सबसे ऊँचे शिवालय का कार्य जनसहयोग से आरंभ कराया था, जिसका निर्माण कार्य करीब 50 फीट तक पूर्ण हो चुका है। उन्होंने उम्मीद जताई कि करीब 5 वर्षों में निर्माणाधीन शिवालय का कार्य पूर्ण हो जाएगा। इस मंदिर की ऊंचाई बिना गुंबद के करीब 121 फुट तक जाएगी हालांकि गुंबद सहित इस मंदिर की ऊंचाई करीब 131 फुट तक जाने की उम्मीद है क्योंकि मंदिर की वास्तविक ऊंचाई गुंबद के डिजाइन पर तय होगी।

विश्व में 365 शिवलिंग व ज्योतिर्लिंग

मंदिर के महंत जोगिंदर पुरी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि धार्मिक स्थल बहुत पुरातन हैं। इस शिवालय में स्थित शिवलिंग का उल्लेख महाशिवपुराण में भी वर्णित है। इस स्थान पर सतयुग में महर्षि पराशर ने तपस्या की थी। उन्होंने ही शिवलिंग की स्थापना कर शिव भगवान की प्राण प्रतिष्ठा की थी। उन्होंने बताया विश्व भर में कुल 365 प्रधान शिवलिंग व ज्योतिर्लिंग हैं। जिनमें से यहां पर महर्षि पत्र के द्वारा स्थापित शिवलिंग भी एक है।

दूर-दूर से लोग जलाभिषेक करने आते हैं

यह शिवलिंग एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित नहीं किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया इस शिवलिंग को भी पूर्व में अत्यंत ले जाने के प्रयास किए जा चुके हैं, लेकिन सारे प्रयास विफल रहे हैं। द्वापुर युग में अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने भी इस स्थान पर कुछ दिन विश्राम किया था। पुरातन शिवलिंग देख उन्होंने मंदिर का निर्माण किया था, जिसके अवशेष गुंबद के रूप में मंदिर परिसर में आज भी विद्यमान हैं। यह प्रसिद्ध धार्मिक स्थल प्राचीन काल से ही जन आस्था का केंद्र बिंदु है। इस स्थान पर दूर-दूर से लोग शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के प्रति आते हैं।

शिवालिक पहाड़ी का दृश्य

सोमवार के दिन अक्सर श्रद्धालुओं की भीड़ यहां पर देखने को मिलती है। यह धार्मिक स्थल प्राचीन सुंदरता से बहुत ही रमणीक एवं सुंदर है एक और सुंदर सतलुज नदी का दृश्य है तो दूसरी ओर शिवालिक पहाड़ियों के सुंदर दृश्य श्रद्धांलुओं को मोहित कर देते हैं जन सहयोग से इस धर्म स्थल को सड़क मार्ग से जोड़ा जा चुका है लेकिन अभी सड़क कच्ची ही है।
महंत जोगेंद्र पुरी व स्थानीय निवासियों सदाराम ठाकुर, बलविंदर सिंह, जितेंद्र चंदेल, अमर सिंह, मणकू, बल्लू, राजकुमार, मनोज ठाकुर आदि ने जिलाधीश आदिब हुसैन सादिक से मांग की है कि इस धार्मिक स्थल को पर्यटन के नक्शे पर उबारने के प्रति विशेष सर्वेक्षण करवा कर योजना तैयार कर क्रियान्वित करवाई जाएl इसके अलावा उन्होंने जिलाधीश बिलासपुर से यह भी आग्रह किया कि सरकारी तौर पर मनोकामेश्वर मंदिर के निर्माण के प्रति भी आर्थिक तौर सहायता की जाए।

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