क्या है CBI अधिकारियों का कहना?
जय अनमोल अंबानी की क्या भूमिका थी?
जिस समय लोन लिए गए और फंड को डायवर्ट किया गया, उस समय जय अनमोल रिलायंस होम फाइनेंस के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर थे. CBI का आरोप है कि उन्होंने और अन्य डायरेक्टर्स ने बैंक को गलत जानकारी दी और लोन की शर्तों का उल्लंघन किया, जिससे बैंक को ₹228.06 करोड़ का नुकसान हुआ. CBI ने RHFL, RCFL, अनमोल और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ IPC की धारा 120B (आपराधिक साजिश) और 420 (धोखाधड़ी) के साथ-साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में शिकायत खुद यूनियन बैंक ने दर्ज कराई थी.
विभिन्न बैंकों के साथ ADA ग्रुप पर धोखाधड़ी के आरोप
यूनियन बैंक के अलावा, अनिल अंबानी के ग्रुप पर SBI, Yes बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक और PNB जैसे अन्य बैंकों के साथ भी बड़े धोखाधड़ी के मामले चल रहे हैं. जून 2025 में, SBI ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCOM) और अनिल अंबानी को धोखाधड़ी वाला घोषित किया था, जिसमें ₹40,000 करोड़ से अधिक के लोन डिफॉल्ट का मामला था. अगस्त 2024 में, SEBI ने अनिल अंबानी और 24 अन्य लोगों पर लोन के बहाने RHFL से ₹5,000 करोड़ से अधिक की रकम डायवर्ट करने के आरोप में 5 साल के लिए मार्केट से बैन कर दिया था. ED ने अगस्त और नवंबर 2025 में अनिल अंबानी को पूछताछ के लिए बुलाया था, जहां उनसे ₹17,000 करोड़ के लोन धोखाधड़ी के बारे में पूछताछ की गई थी.
अनिल अंबानी की कंपनियों पर पहले से मंडरा रहे खतरें के बादल
अनिल अंबानी की कंपनियां पिछले कुछ सालों से कर्ज और डिफॉल्ट के मुद्दों में फंसी हुई हैं. रिलायंस कम्युनिकेशंस दिवालिया हो गई है. रिलायंस कैपिटल और रिलायंस इंफ्रा भी NCLT की कार्यवाही के तहत हैं. रिलायंस होम फाइनेंस पर 2022 में एक स्पेशल ऑडिट के बाद RBI ने जुर्माना भी लगाया था. अनिल अंबानी की कुल ₹10,117 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है.
पिछले शुक्रवार को, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी से जुड़ी कंपनियों की ₹1,120 करोड़ की नई संपत्ति अटैच की. इससे पहले, 20 नवंबर को ED ने अनिल अंबानी की लगभग ₹1,400 करोड़ की संपत्ति अटैच की थी. अलग-अलग मामलों में, ग्रुप की कुल ₹10,117 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है.