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इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
CDS Bipin Rawat : देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत का जनवरी में माउण्ट आबू आने का कार्यक्रम था। ब्रह्माकुमारीज संस्थान द्वारा होने वाला आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर कार्यक्रम का उदघाटन करने के लिए वादा किये थे लेकिन वे उनका आबू आने का वादा हमेशा के लिए अधूरा रह गया। (CDS Bipin Rawat)
उनके निधन के साथ ही हेलिकाप्टर क्रैश में मारे गये 13 लोगों की आत्म शांति के लिए ब्रह्माकुमारीज संस्थान के अन्तर्राष्ट्रीय मुख्यालय आबू रोड में लाल प्रकाश में विशेष प्रार्थना सभा की गयी। जिसमें हजारों लोग उपस्थित थे। संस्थान प्रमुख राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने शोक व्यक्त करते हुए आत्म शांति की प्रार्थना की है। (CDS Bipin Rawat)
सीडीएस बिपिन रावत का ब्रह्माकुमारीज संस्थान से गहरा जुड़ाव था। यह जुड़ाव उनके पिताजी के जरिए था। क्योंकि उनके पिताजी सेना में तबसे ब्रह्माकुमारीज संस्थान के सदस्य के रुप में जुड़े हुए थे। तभी से बिपिन रावत का भी संस्थान से सम्बन्ध था। वे 30 दिसम्बर,2018 को आबू रोड के संस्थान में आये थे। उस समय दो दिन तक रुके थे और ध्यान साधना भी की थी। (CDS Bipin Rawat)
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