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इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
(New picture Of Punjab Politics) रविवार को पंजाब कांग्रेस के लिए परीक्षा की घड़ी थी। पूरे देश की नजरें पंजाब की राजनीति पर टिकी हुई थी। शनिवार को स्थापित और मुख्य नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह का सीएम पद से इस्तीफा दे देने के बाद सभी की नजर इसपर थी कि अब सीएम की कुर्सी पर कौन बैठेगा। तीन केंद्रीय आब्जर्वरों के साथ पूरा दिन बैठकों में गुजरा। विधायकों से एक-एक करके मुलाकात की गई और उनकी राय ली गई। इसके बाद जो विधायक चंडीगढ़ नहीं पहुंच सके उनसे फोन पर बात की गई।
रविवार सुबह सबसे पहले अंबिका सोनी का सीएम के लिए नाम सामने आया। चर्चा शुरू हुई की पंजाब सीएम पद के लिए हाईकमान ने अंबिका सोनी को नामित किया है। जिसके बाद अंबिका सोनी ने तुरंत सीएम बनने से इनकार कर दिया। इसके बाद चर्चा शुरू हुई की नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम पद के लिए अपना दावा ठोक दिया है।
बाद दोपहर सूचना सामने आई की सुखजिंदर सिंह रंधावा को सीएम पद के लिए नामित करके कमेटी ने सीनियर लीडरशिप को भेज दिया। जिसके बाद उनके समर्थकों में उत्साह बढ़ गया।
देर शाम को पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने नए सीएम के लिए चरणजीत सिंह चन्नी के नाम की घोषणा की तो सबको चौका दिया। पहले सुनील जाखड़ और फिर सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम सीएम पद के लिए चला, लेकिन अंत में समीकरण बदले और कांग्रेस ने दलित चेहरे चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर मुहर लग गई। इसके साथ ही घोषणा हुई कि 15 मार्च 1963 को जन्मे चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री होंगे।
चन्नी ने पार्षद पद से राजनीति की शुरुआत की। इसके बाद वे 2007 में चमकौर साहिब से आजाद जीतकर पंजाब विधानसभा पहुंचे। विधानसभा पहुंचेन के बाद उन्होंने कांगे्रस का दामन थाम लिया। 2012-2017 में वह कांग्रेस के टिकट पर चमकौर साहिब से चुनाव जीते। 2015 में कांग्रेस ने सुनील जाखड़ को नेता प्रतिपक्ष पद से हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को नेता प्रतिपक्ष बनाया। 2017 में चन्नी को पहली बार कैबिनेट में शामिल किया गया। वर्तमान में चन्नी के पास तकनीकि शिक्षा, इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग, इम्पलाइ जनरेशन, टूरिज्म व कल्चर अफेयर विभाग था।
Also Read : Charanjit Singh Channi ने ली सीएम पद की शपथ
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