इंडिया न्यूज, देहरादून: (Chardham Yatra 2022) उत्तरकाशी जिले में भूस्खलन से यमुनोत्री नेशनल हाईवे धंसने के कारण मार्ग बाधित हो गया है। यमुनोत्री धाम से 25 किलोमीटर पहले रानाचट्टी के पास बारिश के चलते कल शाम इस नेशनल हाईवे का करीब 15 मीटर हिस्सा धंसा है, जिस कारण अलग-अलग जगहों पर 4000 से ज्यादा तीर्थयात्री फंस गए हैं।
यहां से बड़े वाहन नहीं निकल पा रहे हैं। इस वजह से बसों से जानकीचट्टी की तरफ से बड़कोट जाने वाले करीब 1000 से ज्यादा यात्री फंस गए हैं। वहीं बड़कोट से जानकीचट्टी जाने वाले लगभग 3000 तीर्थयात्री बड़कोट और स्यानाचट्टी के बीच फंस गए हैं।
जिला आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि एनएचए बड़कोट खंड की टीम राणाचट्टी के पास रास्ते को दुरुस्त करने में जुटी है। विभाग के अधिकारी देवेंद्र पटवाल के अनुसार पहाड़ी काटकर सड़क चौड़ी की जा रही है। बीच में चट्टान है जिससे कारण रास्ता तैयार होने में टाइम लगेगा। हालांकि आज शाम तक बड़े वाहनों के लिए रास्ता तैयार हो सकता है। छोटे वाहन निकल पा रहे हैं।
बड़कोट से जानकीचट्टी की ओर जाने वाली यात्री बसें स्याना चट्टी के पास रोका जा रही हैं। इन बसों में लगभग 3000 से ज्यादा तीर्थ यात्री हैं। जिस जगह हाईवे पर भूस्खलन हुआ है, वहां पहाड़ी पर चट्टान बहुत कठोर है इसलिए उसे काटकर चौड़ा करने में समय लगेगा और इसी के साथ जहां भूस्खलन हुआ है वहां सड़क की दीवार लगाने में भी लंबा टाइम लग सकता है।
रानाचट्टी से जानकीचट्टी के बीच 24 बड़ी और 17 मिनी बसें फंसी हैं। ये बड़कोट लौटने वाली हैं। इन्हें फूलचट्टी, खरसाली, हनुमानचट्टी, जानकीचट्टी व कृष्णाचट्टी, पड़ाव पर रोका गया है। सड़क ठीक होने के बाद ही यात्री बसें निकल पाएंगी।
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर 30 से ज्यादा ऐसी जगहें हैं जहां अक्सर पत्थर गिरने का खतरा बना रहता है। इसलिए यात्रियों के लिए सावधानी बरतनी जरूरी है। चारधाम यात्रा के दौरान ड्राइवरों की लापरवाही से ही सभी दुर्घटनाएं नहीं होती हैं। भूस्खलन व पहाड़ों से पत्थर गिरने के कारण भी कई बार ऐसे हादसे होते हैं। इस समय चारधाम यात्रा चरम पर हैं और हजारों की संख्या में हर रोज यात्री धामों के दर्शनार्थ पहुंच रहे हैं।
केदारनाथ धाम में अब तक दो लाख से ज्यादा तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। केदार धाम और यमुनोत्री धाम में 31 मई तक रजिस्ट्रेशन फुल हो चुके हैं। वहीं बद्रीनाथ धाम में 20 मई और गंगोत्री धाम में 25 मई के बाद रजिस्ट्रेशन उपलब्ध हैं। बता दें कि सरकार ने यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) के लिए 5000, गंगोत्री के लिए 8000, केदार धाम के लिए 13000 और बद्रीनाथ धाम के लिए प्रतिदिन 16000 तीर्थयात्रियों की संख्या दर्शन के लिए तय की है।
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