India News (इंडिया न्यूज), Chhath Puja 2023: छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है। सनातन धर्म में इस व्रत का खास महत्व है। बता दें कि इस पर्व को लोग सूर्य षष्ठी, छठ, छठी, छठ पर्व, डाला पूजा, प्रतिहार और डाला छठ के नाम से भी जानते हैं। इस दौरान भगवान सूर्य और छठ माता की पूजा का विधान है। यह चार दिनों का महापर्व है। आज 19 नवंबर को इस महापर्व का तीसरा दिन है। आज ही भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। इसे संध्या अर्घ्य भी कहा जाता है क्योंकि आज के दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाता है।
वैदिक पंचांग में इस बात का जिक्र है कि हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को ही छठ महापर्व मनाया जाएगा। इसकी धमक सबसे ज्यादा बिहार में देखने को मिलती है। ये एक ऐसा महापर्व है जिसमें जो लोग अपने घर से दूर हैं वह अपने घर की ओर रुख करते हैं। दीपावली खत्म होते ही छठ की तैयारियां होने लगती है।
जो लोग बिहार नहीं जा पाए हैं या जो लोग अलग -अलग शहरों में जाकर बस गए हैं उनके लिए राज्य की सरकार हर तरह के इंतजाम करती हैं। ताकि लोग इस पर्व को मना सकें। हम बात करेंगे देश की राजधानी दिल्ली की तो यहां पर भी इसकी खासा चमक देखने को मिल रही है। तो चलिए बैठे- बैठे पूरी दिल्ली की सैर करवाते हैं और जानते हैं यहां पर कैसी तैयारियां करवाई गई हैं।
दिल्ली भी छठ के लिए तैयार
इस महापर्व छठ पूजा का आरंभ शुक्रवार (17 नवंबर) से ही हो चुका है। बिहार, उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में छठ के लिए खासकर राजधानी दिल्ली में छठ व्रतियों की सुविधाओं के लिए सरकार की ओर से कई व्यवस्थाएं की गई हैं। सबसे पहले दिन शुक्रवार को नहाए खाए से इस पर्व की शुरुआत हुई। उसके बाद कल खरना था। छठ व्रती 36 घंटे की निर्जला उपवास पर रहते हैं। जब तक महापर्व पूरा खत्म नहीं हो जाता तब तक व्रत रखने वाले पानी नहीं पीते हैं।
दिल्ली में 1000 घाट तैयार
अगर आप दिल्ली में रह रहे हैं तो आपको जान लेना चाहिए कि यहां यमुना के तटों से लेकर अस्थायी घाटों और छत के टबों तक, दिल्ली भर में 1000 घाट तैयार हैं। दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने शहर भर में 1,000 से अधिक छठ घाट बनाए गए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था सख्त
खबर एजेंसी की मानें तो मयूर विहार फेज-3 में बने अस्थायी घाटों के निरीक्षण के दौरान मंत्री ने जिला प्रशासन और पुलिस को सभी घाटों पर मजबूत सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई समस्या ना हो इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
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