India News (इंडिया न्यूज), CM Nitish Kumar Kundali: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का राजनीतिक जीवन हमेशा से उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। उनके नेतृत्व में बिहार में कई बड़े राजनीतिक परिवर्तन हुए हैं, और उन्होंने कई बार अपनी पार्टी की दिशा और गठबंधन को बदलने का निर्णय लिया। 2024 के मध्य में भी राजनीति में घमासान मचने की संभावनाएं जताई जा रही हैं, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भूमिका अहम हो सकती है। इस बीच, एक प्रख्यात ज्योतिषविद् डॉ. श्रीपति त्रिपाठी ने उनकी कुंडली का विश्लेषण किया और कई दिलचस्प भविष्यवाणियाँ कीं। आइए जानते हैं कि इस आर्टिकल के माध्यम से हम क्या समझ सकते हैं।
नीतीश कुमार की राजनीति में बदलाव
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 में एक बार फिर चर्चा में आए हैं। पहले वह महागठबंधन सरकार के प्रमुख के रूप में कार्यरत थे, लेकिन फिर अचानक जदयू अध्यक्ष की कुर्सी अपने पास वापस ले ली। इसके बाद 28 जनवरी 2024 को एक अप्रत्याशित राजनीतिक घटनाक्रम हुआ, जिसमें नीतीश कुमार ने महागठबंधन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ गठबंधन किया और एक नई सरकार बनाई। ऐसे राजनीतिक बदलाव के बीच, एक सवाल यह उठता है कि क्या नीतीश कुमार फिर से एनडीए से अलग हो जाएंगे या फिर वह अपनी पार्टी की दिशा बदलने वाले हैं?
क्या उनकी राजनीति में फिर से बदलाव होगा या उनका मन डोल रहा है? इन सवालों के जवाब के लिए ज्योतिष विद्वान डॉ. श्रीपति त्रिपाठी से संपर्क किया गया, जिन्होंने नीतीश कुमार की कुंडली का विश्लेषण किया।
नीतीश कुमार की कुंडली: ग्रहों का प्रभाव
डॉ. श्रीपति त्रिपाठी के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च 1954 को बख्तियारपुर में दोपहर 1 बजकर 20 मिनट पर हुआ था। उनकी कुंडली में मिथुन लग्न है, जबकि उनकी राशि वृश्चिक है। उनके कुंडली के तीसरे स्थान में केतु, चतुर्थ स्थान में शनि और छठे स्थान में चंद्रमा विराजमान हैं। इन ग्रहों की स्थिति उनके जीवन पर गहरे प्रभाव डालती है।
कुंडली के भाग्य स्थान में सूर्य, गुरु और राहु का योग है, जबकि दशम स्थान पर शुक्र ग्रह मौजूद है, जो सत्ता सुख के कारक माने जाते हैं। इन सभी ग्रहों की स्थिति और दशा-दीशा के आधार पर डॉ. श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि नीतीश कुमार का राजनीतिक जीवन बहुत उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा।
2025 के चुनाव और भविष्यवाणी
डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि नीतीश कुमार की ग्रह दशा आने वाले समय में उन्हें उत्तरोत्तर सफलता की ओर ले जाएगी। 2023 से वे राजनीतिक रूप से मजबूत स्थिति में आ चुके थे, और आने वाले लोकसभा चुनावों में उनका महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। हालांकि, उनकी कुंडली में राहु की स्थिति बहुत विचलित करने वाली है, जिससे उनका मानसिक संतुलन प्रभावित हो सकता है। इसके बावजूद, 2025 के विधानसभा चुनाव तक और यहां तक कि मई 2026 तक उनकी राजनीतिक स्थिति मजबूत रहेगी।
विशेष रूप से, डॉ. त्रिपाठी ने यह स्पष्ट किया कि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए चुनाव लड़ेगी। इसका मतलब यह है कि नीतीश कुमार की राजनीतिक यात्रा में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने वाला है और उनकी सरकार की दिशा में कोई नाटकीय परिवर्तन की संभावना नहीं है।
क्या बदलने वाला है नीतीश कुमार का मन?
कुंडली में ग्रहों की स्थिति के अनुसार, नीतीश कुमार का मन हमेशा डोलता रहता है, और उन्हें बार-बार धोखा मिल सकता है, जैसा कि वृश्चिक राशि के प्रभाव के कारण होता है। इसके बावजूद, वे वर्तमान में सत्ता के करीब बने रहेंगे और 2025 के विधानसभा चुनाव में उनका प्रभाव लगातार बढ़ेगा। हालांकि, चंद्रमा की स्थिति उन्हें मानसिक परेशानी का सामना करवा सकती है, लेकिन इससे उनकी राजनीतिक दिशा पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
ज्योतिषीय दृष्टिकोण से यह स्पष्ट है कि नीतीश कुमार का राजनीतिक भविष्य 2025 तक किसी बड़े बदलाव के संकेत नहीं दे रहा है। उनकी सत्ता में रहने की संभावना बनी रहेगी, और एनडीए के नेतृत्व में बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। हालांकि, ग्रहों की स्थिति उनके मानसिक संतुलन को प्रभावित कर सकती है, जिससे राजनीतिक निर्णयों में कुछ उथल-पुथल हो सकती है। फिर भी, 2025 तक उनका राजनीति में मजबूत स्थान बना रहेगा, और यह संभावना कम है कि वह एनडीए से अलग हो जाएं।
नीतीश कुमार के लिए आगामी समय में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, और उनका नेतृत्व बिहार की राजनीति में अहम बना रहेगा। हालांकि, ग्रहों के खेल में कुछ अनिश्चितताएँ हमेशा बनी रहती हैं, जिनसे राजनीति की दिशा में हल्का सा बदलाव हो सकता है।