India News(इंडिया न्यूज़), Congress: कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सांसद राहुल गांधी से 2010 में UPA की सरकार द्वारा लाए गए महिला आरक्षण बिल में OBC कोटा ना प्रदान किए जाने के सवाल पर राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी। राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें इस बात पर अफसोस है। जवाब में राहुल गांधी ने कहा, “100% अफसोस है। यह उस समय किया जाना चाहिए था और अब हम इसे पूरा करके छोड़ेंगे।”

गौरतलब है कि संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र के दौरान महिला आरक्षण बिल संसद के दोनों सदनों से पास पूर्ण बहुमत से पास हो गया है। इस बिल को कांग्रेस समेत लगभग सभी विपक्षी दलों ने सपोर्ट किया है। हालांकि विपक्ष को इस बिल में कुछ बदलाव करने की मनसा जाहिर की थी। बुधवार को राहुल गांधी ने लोकसभा में बोलते हुए बिल में OBC आरक्षण को वकालत की थी।

“नई जनगणना जाति के आधार पर करें”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैंने सिर्फ यह सवाल पूछा कि क्या हिंदुस्तान में OBC की आबादी 5% है? अगर नहीं हैं तो OBC हिंदुस्तान में कितने हैं और है उन्हें भागीदारी मिलनी चाहिए भाजपा को जनगणना और परिसीमन को हटाकर महिलाओं को भागीदारी देनी चाहिए। जनगणना का लेकर हमने जो डाटा निकाला था उसे सार्वजनिक कर दें जिससे सभी को पता चल जाए कि OBC कितने हैं और नई जनगणना जाति के आधार पर करें।

“90 लोगों में से सिर्फ 3 लोग OBC समुदाय”

राहुल गांधी ने आगे कहा, “सदन में महिला आरक्षण बिल लाया गया। बिल में दो चीज़ें संबंधित पाई गईं जिनमें एक की महिला आरक्षण से पहले जनगणना होगी और दूसरा परिसीमन करना होगा और इन दोनों को करने के लिए कई साल लगेंगे। महिला आरक्षण आज किया जा सकता है लेकिन सरकार यह करना नहीं चाहती है। सच्चाई यह है कि यह आज से 10 साल के बाद लागू होगा। डाइवर्जन OBC सेंसस से हो रहा है, मैंने संसद में सिर्फ एक संगठन की बात की, जो हिंदुस्तान की सरकार को चलाता है कैबिनेट सचिव और बाकी के सभी सचिव, इसे लेकर मैंने एक सवाल किया था। अगर प्रधानमंत्री इतना काम कर रहे हैं तो 90 लोगों में से सिर्फ 3 लोग OBC समुदाय से क्यों हैं।

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