संबंधित खबरें
Jharkhand Assembly Hot Seat: सोरेन परिवार, बाबूलाल मरांडी से लेकर चम्पई सोरेन और सुदेश महतो तक, झारखंड के इन दिग्गजों के किस्मत का आज होगा फैसला
Maharashtra-Jharkhand Election Result Live: झारखंड-महाराष्ट्र में मतगणना शुरू, शुरुआती रुझानों में बीजेपी गठबंधन को दोनों राज्यों में बढ़त
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
BJP ने शुरू की दिल्ली विधानसभा की तैयारी… पूर्व APP नेता ने की जेपी नड्डा से मुलाकात, बताई पार्टी छोड़ने की बड़ी वजह
मणिपुर में जल्द होगी शांति! राज्य में हिंसा को लेकर केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला, उपद्रवियों के बुरे दिन शुरू
नतीजों से पहले ही हो गई होटलों की बुकिंग? झारखंड और महाराष्ट्र में कांग्रेस ने विधायकों को दिया सीक्रेट इशारा
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली, (Covishield Or Both Doses Of Covaccine) : कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों को कोबेर्वैक्स की बूस्टर डोज देने की सिफारिश की गई है। यह सिफारिश टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटागी) ने की है। यह टीका हैदराबाद की बायोलाजिकल ई ने कोबेर्वैक्स को विकसित किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगर सरकार से मंजूरी मिल जाती है तो देश में पहली बार होगा कि प्राथमिक वैक्सीन से अलग वैक्सीन का उपयोग बूस्टर डोज के रूप में किया जाएगा। देश में बूस्टर डोज सतर्कता डोज के नाम से लगाई जा रही है। सतर्कता डोज के रूप में प्राथमिक डोज वाली वैक्सीन ही लगाई जाती है।
सूत्रों ने बताया कि एनटागी के कार्यकारी समूह ने 20 जुलाई को हुई अपनी 48वीं बैठक में यह सिफारिश की थी। इसमें यह बताया गया है कि 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को कोवैक्सीन या कोविशील्ड की दोनों प्राथमिक डोज लेने के छह महीने बाद कोबेर्वैक्स तीसरी या सतर्कता डोज के रूप में लगाई जा सकती है। कोबेर्वैक्स देश की पहली आरबीडी प्रोटीन वैक्सीन है। अभी इसका उपयोग 12-14 आयुवर्ग के बच्चों के टीकाकरण में किया जा रहा है।
हैदराबाद स्थित कंपनी भारत बायोटेक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला ने बताया कि उनकी कोरोना रोधी नेजल (नाक से दी जाने वाली) वैक्सीन को दवा नियामक से इस महीने मंजूरी मिलने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात के अलंकेश्वर स्थित उनकी वैक्सीन उत्पादन इकाई दुनिया की उन दो इकाइयों में से एक है जो मंकीपाक्स रोधी वैक्सीन बनाने में समर्थ हैं। दूसरी इकाई जर्मनी की बैवरियन नार्डिक है। भारत बायोटेक द्वारा विकसित कोरोना रोधी वैक्सीन कोवैक्सीन टीकाकरण अभियान में उपयोग की जा रही है।
ये भी पढ़े : गूगल मैप 10 भारतीय शहरों में लाया स्ट्रीट व्यू फीचर, जानिए शहरों की सूची और कैसे करे फीचर का प्रयोग
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.