होम / देश / Delhi Bill 2023: विपक्ष ने दिल्ली विधेयक 2023 पर लोकसभा में नहीं किया मतदान, जानें क्या है पूरा मामला?

Delhi Bill 2023: विपक्ष ने दिल्ली विधेयक 2023 पर लोकसभा में नहीं किया मतदान, जानें क्या है पूरा मामला?

BY: Mudit Goswami • LAST UPDATED : August 3, 2023, 11:13 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Delhi Bill 2023: विपक्ष ने दिल्ली विधेयक 2023 पर लोकसभा में नहीं किया मतदान, जानें क्या है पूरा मामला?

Delhi Bill 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Delhi (Amendment) Bill 2023: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 लोकसभा में पारित होने के बाद कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने कहा हम I.N.D.I.A गठबंधन के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के डर को समझ सकते हैं…वह विधेयक के बजाय केवल राजनीति के बारे में बोल रहे थे। वह I.N.D.I.A द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब नहीं दे रहे थे। गठबंधन सहयोगियों ने वास्तव में संघीय राजनीति और लोकतांत्रिक संस्थानों के बारे में पूछा था जिसके द्वारा वह दिल्ली सरकार की सत्ता संभाल रहे हैं। उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, हम उनके जवाब को लेकर आश्वस्त नहीं थे। तो, सभी I.N.D.I.A. गठबंधन ने लोकसभा से वॉकआउट किया।

भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी  ने कहा, “विपक्ष शर्मिंदा था…उनमें वोट देने की हिम्मत नहीं थी इसलिए उन्होंने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। उन्होंने 9 विधेयकों पर चर्चा नहीं की लेकिन वे अपने गठबंधन को बचाने के लिए इस विधेयक पर चर्चा करने आए। उन्होंने इस विधेयक का विरोध नहीं किया लेकिन वॉक-आउट किया। कांग्रेस ने अघोषित रूप से सरकार का समर्थन किया और मतदान में भाग नहीं लिया। यदि आप बाहर निकलते हैं, तो इसका मतलब है कि आप विधेयक का समर्थन करते हैं। अन्यथा, आपने इसके विरुद्ध मतदान किया होता।”

सभी बिल महत्वपूर्ण हैं

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि I.N.D.I.A के गठबंधन के बाद भी पीएम मोदी पूर्ण बहुमत के साथ फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे… सभी बिल महत्वपूर्ण हैं और आपको सदन में उपस्थित रहना चाहिए था। इस (दिल्ली सेवा विधेयक) विधेयक के पारित होने के बाद गठबंधन टूट जाएगा।

कानून बनाने का अधिकार

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक, 2023 की चर्चा पर लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह अध्यादेश सुप्रीम कोर्ट के आदेश को संदर्भित करता है जो कहता है कि संसद को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से संबंधित किसी भी मुद्दे पर कानून बनाने का अधिकार है। शाह ने कहा,”पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, राजाजी, राजेंद्र प्रसाद और डॉ. अंबेडकर दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने के विरोध में थे।”

शाह ने आप पर लगाए ये आरोप

लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा,”साल 2015 में दिल्ली में एक ऐसी पार्टी सत्ता में आई जिसका मकसद सिर्फ लड़ना था, सेवा करना नहीं…समस्या ट्रांसफर पोस्टिंग करने का अधिकार हासिल करना नहीं, बल्कि अपने बंगले बनाने जैसे भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए सतर्कता विभाग पर कब्ज़ा करना है।”

चुनाव जीतने के लिए किसी पक्ष का समर्थन या विरोध गलत

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “मेरा सभी पक्ष से निवेदन है कि चुनाव जीतने के लिए किसी पक्ष का समर्थन या विरोध करना, ऐसी राजनीति नहीं करनी चाहिए। नया गठबंधन बनाने के अनेक प्रकार होते हैं। विधेयक और क़ानून देश की भलाई के लिए लाया जाता है इसलिए इसका विरोध और समर्थन दिल्ली की भलाई के लिए करना चाहिए”

क्या है पूरा मामला ?

गौरतलब है 11 मई को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर फैसला देकर ये साफ कर दिया कि दिल्ली की नौकरशाही पर चुनी हुई सरकार का ही कंट्रोल है और अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग पर भी अधिकार भी उसी का है। प्रशासनिक सेवाओं के नियंत्रण और अधिकार से जुड़े मामले पर फैसला देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था, दिल्ली की पुलिस, जमीन और पब्लिक ऑर्डर पर केंद्र का अधिकार है, लेकिन बाकी सभी मामलों पर चुनी हुई सरकार का ही अधिकार होगा। सुप्रीम कोर्ट ने ये भी साफ कर दिया था कि पुलिस, जमीन और पब्लिक ऑर्डर को छोड़कर बाकी सभी दूसरे मसलों पर उपराज्यपाल को दिल्ली सरकार की सलाह माननी होगी।ऐसे में केंद्र सरकार एक अध्यादेश लेकर आई , जिसके तहत अफसरों की ट्रांसफर और पोस्टिंग का अधिकार उपराज्यपाल को वापस मिल गया।

ये भी पढ़ें –Digvijay Singh-Kamal Nath: दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ को बताया सर्वेसर्वा, पुरानी दोस्ती या कोई और वजह?

 

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

चाइना के जासूसों ने कर दिया खेला, अमेरिका में घुसे बिना चुरा लिया सारा सीक्रेट डॉक्यूमेंट, CIA के छूटे पसीने
चाइना के जासूसों ने कर दिया खेला, अमेरिका में घुसे बिना चुरा लिया सारा सीक्रेट डॉक्यूमेंट, CIA के छूटे पसीने
अमित शाह का ऐलान:2025 में Naxalite के खात्मे की निर्णायक रणनीति तैयार,अबूझमाड़ और इंद्रावती में होगा सबसे बड़ा ऑपरेशन
अमित शाह का ऐलान:2025 में Naxalite के खात्मे की निर्णायक रणनीति तैयार,अबूझमाड़ और इंद्रावती में होगा सबसे बड़ा ऑपरेशन
आज है साल का आखिरी शनिवार, बन रहा है बेहद पावन संयोग, ये काम किया तो 2025 में पलट जाएगी किस्मत
आज है साल का आखिरी शनिवार, बन रहा है बेहद पावन संयोग, ये काम किया तो 2025 में पलट जाएगी किस्मत
दिल्ली चुनाव में BJP को कितनी मिलेंगी सीटें? केजरीवाल ने की चौकानें वाली भविष्यवाणी, ये आरोप भी लगाया
दिल्ली चुनाव में BJP को कितनी मिलेंगी सीटें? केजरीवाल ने की चौकानें वाली भविष्यवाणी, ये आरोप भी लगाया
कुंभ मेला कैसे बना हिंदू-मुस्लिम अखाड़ा? अब जाग उठे मौलाना शहाबुद्दीन, साधू संतो को दी खुली चेतवानी
कुंभ मेला कैसे बना हिंदू-मुस्लिम अखाड़ा? अब जाग उठे मौलाना शहाबुद्दीन, साधू संतो को दी खुली चेतवानी
दुर्ग में पुलिस की बड़ी कार्रवाई:गोवंश के चमड़े से भरा ट्रक जब्त, चालक और कंडक्टर हिरासत में
दुर्ग में पुलिस की बड़ी कार्रवाई:गोवंश के चमड़े से भरा ट्रक जब्त, चालक और कंडक्टर हिरासत में
क्यों फटने लगती है दिमाग की नसें? शरीर की होती है ऐसी दुर्दशा, कयामत से पहले बॉडी देती है ऐसे संकेत
क्यों फटने लगती है दिमाग की नसें? शरीर की होती है ऐसी दुर्दशा, कयामत से पहले बॉडी देती है ऐसे संकेत
‘इस पर राजनीति…’, मनमोहन सिंह के स्मारक विवाद पर बोलीं मायावती, कहा-परिवार की इच्छा का ख्याल रखे सरकार
‘इस पर राजनीति…’, मनमोहन सिंह के स्मारक विवाद पर बोलीं मायावती, कहा-परिवार की इच्छा का ख्याल रखे सरकार
घाटी में क्रिकेट के नए युग की होगी शुरुआत, युवाओं के सपने होंगे पूरे
घाटी में क्रिकेट के नए युग की होगी शुरुआत, युवाओं के सपने होंगे पूरे
Delhi Politics: ‘BJP वालों को वोट दिया तो….’ चुनाव से पहले AAP-BJP के बीच बढ़ी तकरार
Delhi Politics: ‘BJP वालों को वोट दिया तो….’ चुनाव से पहले AAP-BJP के बीच बढ़ी तकरार
पूर्व पीएम की कितनी थी पेंशन? परिवार को मिलेंगी ऐसी सुविधाएं…जानकर चौंक जाएंगे आप
पूर्व पीएम की कितनी थी पेंशन? परिवार को मिलेंगी ऐसी सुविधाएं…जानकर चौंक जाएंगे आप
ADVERTISEMENT