India News (इंडिया न्यूज़), Free Palestine: इजराइल-हमास के बीच अभी भी संघर्ष जारी है। इस बीच गाजा में संघर्ष विराम का आह्वान करते हुए प्रदर्शनकारियों ने शनिवार (30 मार्च) को सेंट पैट्रिक कैथेड्रल में ईस्टर मास को बाधित किया। वहीं प्रदर्शनकारियों को बाहर निकाले जाने से पहले उनलोगों ने आजाद, आजाद फिलिस्तीन का नारा लगाते हुए सुना गया। दरअसल, यूनाइटेड स्टेट्स कॉन्फ्रेंस ऑफ कैथोलिक बिशप्स ने पवित्र सप्ताह की शुरुआत से पहले एक बयान जारी कर मध्य पूर्व में शांति के लिए प्रार्थना करने और इज़राइल-हमास संघर्ष को समाप्त करने के लिए कहा था।

आजाद फिलिस्तीन के लगाए नारे

चर्च की ओर से एक बयान में कहा गया है कि जैसे ही चर्च पवित्र सप्ताह में प्रवेश करता है। उसके बाद क्रूस पर ईसा मसीह की पीड़ा और उनके पुनरुत्थान को हमारे सामने इतनी स्पष्टता से प्रस्तुत किया जाता है, हम आशा के स्रोत से जुड़ जाते हैं। वहीं लंदन में भी शनिवार (30 मार्च) को फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों की एक बड़ी भीड़ देखी गई। जो गाजा में युद्धविराम और युद्धग्रस्त क्षेत्र के लिए सहायता बढ़ाने की मांग कर रहे थे। यह कार्यक्रम फ़िलिस्तीन एकजुटता अभियान द्वारा आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम शहर के केंद्र रसेल स्क्वायर पर शुरू हुआ, इसके बाद दोपहर की रैली के लिए ट्राफलगर स्क्वायर तक मार्च निकाला गया।

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लाखों लोगों की गई युद्ध में जान

बता दें कि, सेवानिवृत्त सामाजिक कार्यकर्ता सैली वोर्गन ने इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पश्चिमी इंग्लैंड के ग्लॉस्टरशायर से यात्रा की थी। 65 वर्षीय सेवानिवृत्त सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि मुझे लगता है कि फिलिस्तीनी लोगों के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि लोग उनका समर्थन करते हैं और वे सिर्फ अपने दम पर नहीं हैं। गौरतलब है कि, गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार (31 अप्रैल) को बताया कि 7 अक्टूबर को संघर्ष शुरू होने के बाद से गाजा पर इजरायल के सैन्य हमले में लगभग 32,782 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 75,298 घायल हुए हैं।

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