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कोरोना के बाद अब प्रदेश में कहर बरपा रहा डेंगू, 7 साल में तीसरे बार बढ़े केस
डॉ. रविंद्र मलिक, चंडीगढ़।
Dengu In Haryana हरियाणा में कोरोना बीमारी के चलते करीब 13 हजार लोग (करीब 3500 प्रवासी) असामयिक मौत का शिकार हो गए। दूसरी लहर खत्म होने की कगार पर है तो सबने राहत की सांस ली। लेकिन अब डेंगू ने दस्तक दे दी है। पिछले साल की तुलना में अबकी बार डेंगू के मरीजों में कहीं ज्यादा इजाफा है।
पिछले कुछ सालों के मरीजों के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि 2020 और 2021 में डेंगू के मरीजों में इजाफा रिपोर्ट हुआ है। लेकिन 2021 में पिछले साल की तुलना में कहीं ज्यादा लोग बीमारी से संक्रमित हुए हैं।
ऐसे में जरूरी है कि सावधान बरती जाए कि इस घातक बीमारी से बचा जा सके। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में साल 2021 में 14 अक्टूबर तक 1938 मरीज रिपोर्ट हुए हैं और जिस तेजी से बीमारी पैर पसार रही है, उससे बीमारी के और ज्यादा मरीज आने की संभावना से कतई इंकार नहीं किया जा सकता है। अब तक गनीमत ये रहा है कि बीमारी के चलते किसी मरीज की मौत नहीं हुआ है। सरकार आंकड़ों के अनुसार आखिरी बार बीमारी से हरियाणा में 2015 में 13 मरीजों की मौत हुई थी और इसके बाद बीमारी के चलते कोई मौत रिपोर्ट नहीं हुई है। पिछले सात साल के आंकड़ों की बात करें तो कोरोना 2015 से लेकर 14 अक्टूबर 2021 तक पिछले 3 सालों में ही मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
2015 से लेकर क2019 तक मरीजों की संख्या में कई गुना तक कमी रिपोर्ट हुई है। लेकिन 2020 और 2021 में मरीजों की संख्या में इजाफा होने का पैटर्न सामने आया है। साल 2015 में मरीजों का आंकड़ा 9921 2016 में इसमें कई गुना कमी आई और ये 2492 रह गया। लेकिन 2017 में इसमें अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई और इस साल 4550 लोग संक्रमित हुए।
साल 2018 में मरीजों की संख्या 1936 को 2019 में ये आंकड़ा 1207 तक आ गया। लेकिन में थोड़ी सी बढ़ोतरी के साथ ये 1377 पर जा पहुंचा। लेकिन 2021 में अब तक 1938 मरीज संक्रमित हो चुके हैं जो कि चिंता बढ़ाने वाली बात है। फिलहाल जो ट्रेंड हैं, उसके लिहाज से मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। 14 अक्टूबर के दिन ही अकेले 176 नए मरीज प्रदेश के अस्पतालों में रिपोर्ट हुए हैं जो कि चिंताजनक है।
बता दें कि कोरोना की ज्यादा मार मुख्य रूप से प्रदेश के 7 जिलों में ज्यादा है। पंचकूला, सिरसा, फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, कैथल और महेंद्रगढ़ वो जिले हैं जिनमें कुल मरीजों के 50 फीसद से भी ज्यादा संक्रमण की चपेट में आए हैं। पंचकूला में सबसे ज्यादा लोग बीमारी से संक्रमित हुए हैं। उपरोक्त अवधि तक इस साल पंचकूला में 229 लोगों पर डेंगू का डंक चला है। इसके बाद 205 मरीजों के साथ सिरसा दूसरे स्थान पर है।
वहीं कोरोना की सबसे ज्यादा मार झेलने वाले और दिल्ली से सटे फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी डेंगू की मार ज्यादा पड़ी है। फरीदाबाद में 153 और गुरुग्राम में 151 लोगों को डेंगू हुआ है। इसके अलावा नूंह में 144 और महेंद्रगढ़ में 103 लोगों संक्रमण की चपेट में आए हैं। वहीं कैथल में 101 लोग बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में 7 जिले ऐसे हैं जहां बीमारी के मरीजों की संख्या 100 से ऊपर जा चुकी है।
सरकारी अस्पतालों में 1183, प्राइवेट में 755 मरीजों की पुष्टि: इस साल अब तक जितने भी मरीज रिपोर्ट हुए हैं, उनमें से 1183 के डेंगू संक्रमित होने की रिपोर्ट सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में हुई है। वहीं प्राइवेट अस्पतालों द्वारा बीमारी संक्रमण को लेकर 755 की रिपोर्ट दी गई है। नए मामले निरंतर रिपोर्ट हो रहे हैं और डॉक्टर निरंतर आगाह कर रहे हैं कि बुखार होने की स्थिति को हल्के में ना लें और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
वहीं मामले को लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट की डीजी डॉ वीणा सिंह ने कहा कि बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग निरंतर जरूरी इंतजाम और प्रयास कर रहा है। सभी मरीजों को समय पर इलाज मुहैया करवाया जा रहा है। साथ ही मरीजों को इस बारे जागरुक किया जा रहा है कि बीमारी के लक्ष्णों दिखने या महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
मलेरिया, चिकनगुनिया और जापानी बुखार से राहत: वहीं ये भी बता दें कि मलेरिया के 14 अक्टूबर तक हरियाणा में महज 46 मरीज आए हैं और ये आंकड़ा पिछले कुछ सालों की तुलना में नगण्य मात्र ही है। चिकनगुनिया के इस साल केवल 5 नए मामले रिपोर्ट हुए हैं। पिछले साल 14 मरीज रिपोर्ट हुए थे और इस बीमारी के सबसे ज्यादा 1970 मरीज 2015 में कंफर्म हुए थे। वहीं वर्तमान समेत चार साल में हरियाणा में जापानी बुखार को कोई मरीज रिपोर्ट नहीं हुआ है जो कि राहत देने वाली बात है।
साल मरीज
2015 9921
2016 2494
2017 5696
2018 1936
2019 1207
2020 1377
2021 1938
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