संबंधित खबरें
'भारत नहीं पाकिस्तान के राष्ट्रपिता थे महात्मा गांधी', इस मशहूर हिंदूस्तानी ने मचाया बवाल, तिलमिला गए सुनने वाले
‘किस हद तक गिरोगे कुमार विश्वास’ सोनाक्षी सिन्हा पर भद्दा कमेंट करके बुरा फंसे ‘युगकवि’! सुप्रिया श्रीनेत ने लताड़ा
PM Modi ने 71 हजार युवाओं को बांटें Appointment Letters, जानें, किन सरकारी विभागों में हुई बंपर भर्ती ?
18 साल की उम्र में उठा ली AK-47… जाने कैसे मिली यूपी पुलिस को तीनों आतंकियों की खबर, क्या थे ऑपरेशन के मुख्य पॉइंट्स?
चैन की नींद सो रहे थे मासूम और…रात के अंधेरे में मौत ने कर दिया तांडव, वीडियो देख कांप जाएगी रूह
अतुल सुभाष जैसा मामला आया सामने, पत्नी और ससुराल वालो से परेशान था शख्स, हाईकोर्ट ने मामले को बताया पति के साथ 'क्रूरता'
इंडिया न्यूज, गोरखपुर।
Doctor Protest In UP : आपको बता दें कि वीरवार से बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। पहले तो यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को करवाने के लिए 16 डाक्टरों को स्टेटिक मजिस्ट्रेट बनाया गया फिर बाद में डाक्टरों के विरोध के बाद में आदेश बदल दिए गए। अब सरकारी अस्पतालों के फार्मासिस्ट अस्पताल में सेवाएं देने के साथ ही बोर्ड की परीक्षाएं भी कराएंगे।
बता दें कि डाक्टरों के विरोध के बाद प्रशासन ने आदेश में संसोधन करते हुए डाक्टरों की जगह पर फार्मासिस्टों को स्टेटिक मजिस्ट्रेट बना दिया है। इसमें आयुर्वेद के 10 और होम्योपैथ के छह फार्मासिस्ट शामिल किए गए हैं।
इसके अलावा पशु अस्पतालों के चार फार्मासिस्ट भी ड्यूटी परीक्षा कराएंगे। राज्य सरकार सूबे में आयुष विधा को बढ़ावा दे रही है। Doctor Protest In UP
ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष के चिकित्सक या फार्मासिस्ट ही मरीजों का दर्द मिटाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। कोरोना महामारी के दौरान आयुष विधा के डाक्टरों और फार्मासिस्ट की अहम भूमिका देखने को मिली।
वहीं लोगों ने घर पर ही आयुर्वेद, होम्योपैथ की दवाएं और योगाभ्यास के जरिए बीमारियों को ठीक किया है। हाल ही में विधानसभा चुनाव में भी आयुर्वेद व होम्योपैथ के डाक्टरों व फार्मासिस्ट की ड्यूटी लगाई गई थी।
बोर्ड की परीक्षाओं में ड्यूटी के विरोध में प्रांतीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ जिलाधिकारी समेत अन्य को पत्र भेजा। जिसमें बताया गया है कि शासन ने डाक्टरों की ड्यूटी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में लगा दी है। इससे आयुष अस्पतालों को बंद करना पड़ेगा। साथ ही मरीजों को दवा वितरण, इलाज की असुविधाएं होगी।
बुधवार की शाम प्रशासन ने संसोधित आदेश जारी कर दिया है। इन आदेशों के मुताबिक बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी से डाक्टरों को बाहर कर दिया गया है। उनकी जगह पर संबंधित विभागों से फार्मासिस्टों की ड्यूटी लगा दी। अब इसको लेकर फार्मासिस्टों में नाराजगी है। Doctor Protest In UP
Read More : Neet Entrance Exam : 2022 में कब होगी नीट की परीक्षा, कौन कौन से डाक्यूमेंट्स जरूरी?
Read More : CNG-PNG Price Hike : पेट्रोल और डीजल के बाद अब CNG-PNG करेगी जेब ढीली, जानें कितनी हुई बढोतरी
READ ALSO: 50 Rupees Increase In LPG Cylinder : ये तरीके अपनाकर बचाएं घरेलू गैस
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.