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India News (इंडिया न्यूज), Earth End: किसी भी इंसान ने यह नहीं देखा कि धरती कब बनी, लेकिन इंसान यह जरूर देख लेगा कि ये खत्म कब होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि वैज्ञानिकों ने पता लगा लिया है कि धरती का अंत बहुत ही कम समय में होने वाला है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि धरती के अंत में इंसानों का बहुत बड़ा योगदान होगा। हालात ऐसे होंगे कि धरती नष्ट हो जाएगी। वैज्ञानिकों ने उस साल का भी खुलासा कर दिया है जब उन्होंने भविष्यवाणी की है कि धरती का अंत हो सकता है।
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एक रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि धरती का अंत साल 1,00,00,02,021 में होगा। खबर को आगे बताने से पहले हम आपको बता दें की यह साल आने में अभी काफी समय है, इसलिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। धरती के अंत का मुख्य कारण सूर्य होगा। सूर्य इतना गर्म हो जाएगा कि वह पृथ्वी के पर्यावरण को नष्ट कर देगा, जिससे ऑक्सीजन की पूरी तरह कमी हो जाएगी।
वैज्ञानिकों की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण पृथ्वी नष्ट हो जाएगी। हालांकि, हाउ स्टफ वर्क्स वेबसाइट के अनुसार, मनुष्य उस साल से पहले भी पृथ्वी को नष्ट करने में सफल हो सकते हैं। साल 1947 में, बुलेटिन ऑफ एटॉमिक साइंटिस्ट्स ने एक प्रलय घड़ी का आविष्कार किया। यह घड़ी लोगों को बताती है कि मनुष्य द्वारा विकसित की जा रही तकनीक के कारण पृथ्वी कितने खतरे में है।
1940 के दशक में, इस घड़ी ने परमाणु हथियारों को पृथ्वी के लिए सबसे खतरनाक बताया था। वर्ष 2007 में, इस घड़ी ने जलवायु परिवर्तन को एक खतरा बताया क्योंकि इससे समुद्र का स्तर बढ़ सकता है। हाल ही में इस घड़ी की सुइयों को आगे बढ़ाया गया है, जिससे पता चलता है कि आधी रात होने में 90 सेकंड बाकी हैं। घड़ी यह दिखाना चाहती थी कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया कितने ख़तरे में है।
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