होम / देश / जाने माने अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय का निधन, प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के रह चुके हैं अध्यक्ष

जाने माने अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय का निधन, प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के रह चुके हैं अध्यक्ष

Ankita Pandey • LAST UPDATED : November 1, 2024, 11:59 am IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

जाने माने अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय का निधन, प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के रह चुके हैं अध्यक्ष

Bibek Debroy Passed Away: बिबेक देबरॉय का निधन

India News (इंडिया न्यूज), Bibek Debroy Passed Away:: प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री और प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय का शुक्रवार को 69 वर्ष की आयु में आंतों में रुकावट के कारण निधन हो गया। पद्म श्री से सम्मानित देबरॉय ने पुणे के गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स के चांसलर के रूप में कार्य किया और 5 जून, 2019 तक नीति आयोग के सदस्य थे। प्रधानमंत्री मोदी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।

पीएम मोदी ने जताया शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पोस्ट में कहा, “डॉ. बिबेक देबरॉय जी एक प्रखर विद्वान थे, जो अर्थशास्त्र, इतिहास, संस्कृति, राजनीति, अध्यात्म और अन्य विविध क्षेत्रों में पारंगत थे। अपने कार्यों के माध्यम से, उन्होंने भारत के बौद्धिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी। सार्वजनिक नीति में अपने योगदान के अलावा, उन्हें हमारे प्राचीन ग्रंथों पर काम करने और उन्हें युवाओं के लिए सुलभ बनाने में भी आनंद आता था।

पीएम ने आगे कहा, “मैं डॉ. देबरॉय को कई सालों से जानता हूँ। मैं उनकी अंतर्दृष्टि और अकादमिक चर्चा के प्रति उनके जुनून को हमेशा याद रखूँगा। उनके निधन से दुखी हूँ। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदनाएँ। ओम शांति।”

 

पद्म श्री से सम्मानित हो चुके है देबरॉय

पद्म श्री से सम्मानित देबरॉय ने पुणे के गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स के चांसलर के रूप में कार्य किया और 5 जून, 2019 तक नीति आयोग के सदस्य थे। उन्होंने कई पुस्तकों और लेखों का लेखन और संपादन किया और कई समाचार पत्रों के संपादक के रूप में योगदान दिया। मैक्रोइकॉनॉमिक्स और सार्वजनिक वित्त में विशेषज्ञता के साथ, देबरॉय ने आर्थिक सुधार, शासन और रेलवे जैसे विषयों पर व्यापक रूप से लिखा।

Video: स्कूटी से उतरे,पैर छुए और फिर धांय-धांय…घर के बाहर दिवाली मना रहे चाचा-भतीजे का मर्डर

उन्हें महाभारत और भगवद गीता सहित शास्त्रीय संस्कृत ग्रंथों के अनुवाद के लिए भी जाना जाता था। उन्होंने 1979 से 1984 तक कोलकाता के प्रेसीडेंसी कॉलेज में अपना शैक्षणिक जीवन शुरू किया। इसके बाद वे पुणे में गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स में शामिल हो गए, जहाँ उन्होंने 1987 तक काम किया, उसके बाद 1993 तक दिल्ली में इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड में पद संभाला।

1993 में, देबरॉय वित्त मंत्रालय और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की एक परियोजना के निदेशक बने, जो कानूनी सुधारों पर केंद्रित थी, यह भूमिका उन्होंने 1998 तक निभाई। उन्होंने 1994 से 1995 तक आर्थिक मामलों के विभाग में, फिर 1995 से 1996 तक नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च में और 1997 से 2005 तक राजीव गांधी इंस्टीट्यूट फॉर कंटेम्पररी स्टडीज में कुछ समय तक काम किया। इसके बाद उन्होंने 2006 तक पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के साथ काम किया और फिर सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च में शामिल हो गए, जहां वे 2007 से 2015 तक रहे।

कर ली आतिशबाजी…अब जहरीली हवा में लीजिए सांस, नोएडा से लेकर दिल्ली तक खतरनाक हुआ AQI, जानें कितना बढ़ा प्रदूषण

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

‘जनता का ‘तेल’ निकाल दिया…’, राज्यसभा में संजय सिंह ने केंद्र को घेरा, लगाया ये बड़ा आरोप
‘जनता का ‘तेल’ निकाल दिया…’, राज्यसभा में संजय सिंह ने केंद्र को घेरा, लगाया ये बड़ा आरोप
‘रघुपति राघव राजाराम, देश बचा गए…’, गांधीजी को लेकर कालीचरण महाराज ने की आपत्तिजनक टिप्पणी ; गोडसे को बताया ‘महात्मा’
‘रघुपति राघव राजाराम, देश बचा गए…’, गांधीजी को लेकर कालीचरण महाराज ने की आपत्तिजनक टिप्पणी ; गोडसे को बताया ‘महात्मा’
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को प्रति माह कितनी सैलरी और क्या-क्या सुविधाएँ मिलती हैं?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को प्रति माह कितनी सैलरी और क्या-क्या सुविधाएँ मिलती हैं?
लोकसभा में बैंकिंग अमेंडमेंट बिल 2024 पास, इन नियमों में हुआ बड़ा बदलाव
लोकसभा में बैंकिंग अमेंडमेंट बिल 2024 पास, इन नियमों में हुआ बड़ा बदलाव
सर्दियों में हार्ट मजबूत करने के लिए रोजाना खाएं ये 1 सफेद चीज, खुल जाएंगी दिल की बंद नसें, Cholesterol की भी बढ़ने की नहीं होगी हिम्मत
सर्दियों में हार्ट मजबूत करने के लिए रोजाना खाएं ये 1 सफेद चीज, खुल जाएंगी दिल की बंद नसें, Cholesterol की भी बढ़ने की नहीं होगी हिम्मत
CM सुक्खू बोले- प्रदेश को लुटने नहीं दूंगा, 11 दिसंबर को पूरी होंगी सरकार की 7 गारंटियां
CM सुक्खू बोले- प्रदेश को लुटने नहीं दूंगा, 11 दिसंबर को पूरी होंगी सरकार की 7 गारंटियां
भारत के लिए बड़ी खुशखबरी,दुनिया के सबसे ताकतवर देश ने किया ऐसा ऐलान, सुन कांप गए भारत के दुश्मन
भारत के लिए बड़ी खुशखबरी,दुनिया के सबसे ताकतवर देश ने किया ऐसा ऐलान, सुन कांप गए भारत के दुश्मन
सांसद दिलेश्वर कामैत ने लोकसभा में उठाया मुद्दा, गरीब रथ स्पेशल ट्रेन की पुनर्बहाली की मांग
सांसद दिलेश्वर कामैत ने लोकसभा में उठाया मुद्दा, गरीब रथ स्पेशल ट्रेन की पुनर्बहाली की मांग
लापता हुए मशहूर कॉमेडियन Sunil Pal, परिवार से की फिरौती की मांग, जानें पूरा चौंकाने वाला मामला
लापता हुए मशहूर कॉमेडियन Sunil Pal, परिवार से की फिरौती की मांग, जानें पूरा चौंकाने वाला मामला
मेजबान भारत ने एशियाई महिला हैंडबॉल चैंपियनशिप 2024 में किया विजयी आगाज़, भावना और मेनिका के शानदार खेल की बदौलत हांगकांग को हराया
मेजबान भारत ने एशियाई महिला हैंडबॉल चैंपियनशिप 2024 में किया विजयी आगाज़, भावना और मेनिका के शानदार खेल की बदौलत हांगकांग को हराया
‘प्रशांत किशोर ने BJP-JDU की मदद …’, उपचुनाव नतीजों के बाद जनसुराज को लेकर सुधाकर सिंह का बड़ा दावा ; कही ये बात
‘प्रशांत किशोर ने BJP-JDU की मदद …’, उपचुनाव नतीजों के बाद जनसुराज को लेकर सुधाकर सिंह का बड़ा दावा ; कही ये बात
ADVERTISEMENT