संबंधित खबरें
‘कुछ लोग खुश है तो…’, महाराष्ट्र में विभागों के बंटवारें के बाद अजित पवार ने कह दी ये बड़ी बात, आखिर किस नेता पर है इनका इशारा?
कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में हैं उमर अब्दुल्ला? पिछले कुछ समय से मिल रहे संकेत, पूरा मामला जान अपना सिर नोंचने लगेंगे राहुल गांधी
खतरा! अगर आपको भी आया है E-Pan Card डाउनलोड करने वाला ईमेल? तो गलती से ना करें क्लिक वरना…
मिल गया जयपुर गैस टैंकर हादसे का हैवान? जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, पुलिस रह गई हैरान
भारत बनाने जा रहा ऐसा हथियार, धूल फांकता नजर आएगा चीन-पाकिस्तान, PM Modi के इस मास्टर स्ट्रोक से थर-थर कांपने लगे Yunus
‘जर्सी नंबर 99 की कमी खलेगी…’, अश्विन के सन्यास से चौंक गए PM Modi, कह दी ये बड़ी बात, क्रिकेट प्रशसंक भी रह गए हैरान
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली, (ED On PFI Attack Plan) :प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने दावा किया है कि पॉपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया (पीएफआई) ने गत जुलाई में बिहार की राजधानी पटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान उनपर हमला करने की खतरनाक योजना बनाई थी। इस संगठन ने इसके लिए पटना में प्रशिक्षण शिविर भी लगाया था और इसमें संगठन के कई सदस्यों को प्रशिक्षण दिया था।
ये भी पढ़े : देश अस्थिर नहीं, स्थिर सरकारों से आगे बढ़ेगा : मोदी
संगठन के कई सदस्य पीएम मोदी के हर गतिविधि पर नजर रख रहे थे। मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार पीएफआई ने पीएम पर ही हमले के साथ ही इस तरह की अन्य वारदातों को अंजाम देने के लिए भी टेरर मॉड्यूल तैयार कर रहा था। पीएफआई के नेता हमले को अंजाम देने के मकसद से वित्तपोषण के लिए कई विदेशी ताकतों के संपर्क में थे।
ईडी ने एक और सनसनीसेज खुलासा कर कहा कि विगत कुछ वर्षों में पीएफआई ने लगभग 120 करोड़ रुपए जुटाए हैं और इन रुपयों का उपयोग उसने देशभर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने व दंगे फैलाने के लिए करना है। फरवरी 2020 के दिल्ली दंगों के लिए के अलावा हाथरस में दंगा भड़काने के लिए भी इस संगठन ने इन रुपयों का उपयोग किया गया था।
दिल्ली की एक विशेष अदालत ने दिल्ली पीएफआई के अध्यक्ष परवेज अहमद के अलावा मोहम्मद इलियास व महासचिव की 7-दिवसीय हिरासत में पूछताछ की अनुमति दी है। इस मामले में तीन व्यक्तियों को बयानों और निविदा/वसूली दस्तावेजों के साथ सामना करने की आवश्यकता है। ईडी ने कहा कि उनके परिसरों से जब्त किए गए मोबाइल फोन की फोरेंसिक जांच भी उनकी मौजूदगी में की जानी चाहिए।
गौरतलब है कि पीएफआई के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए राष्टÑीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इसी 22 दिसंबर को देश के 13 राज्यों में ‘आपरेशन आॅक्टोपस’ चलाया था और छापों में पीएफआई के 106 से अधिक पीएफआई सदस्य गिरफ्तार किए हैं। उधर पुणे में जिला कलेक्ट्रेट के बाहर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नार लगाने के आरोप में पीएफआई के 60 समर्थकों पर मामला दर्ज किया गया है। देशभर में संगठन के नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में सैंकड़ों पीएफआई समर्थकों ने शुक्रवार को नारेबाजी की थी।
ये भी पढ़े : संयुक्त राष्ट्र में भारत ने कश्मीर मसले पर तुर्की के बाद पाकिस्तान को भी दिया करारा जवाब
ये भी पढ़े : देश के कई राज्यों में जारी रहेगी बारिश, अलर्ट के चलते कई जगह स्कूल बंद
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
Connect With Us : Twitter | Facebook | Youtube
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.