होम / देश / Electoral Bonds: क्या होता है चुनावी बांड? सुप्रीम कोर्ट ने क्यों किया रद्द

Electoral Bonds: क्या होता है चुनावी बांड? सुप्रीम कोर्ट ने क्यों किया रद्द

PUBLISHED BY: Shanu kumari • LAST UPDATED : February 15, 2024, 5:19 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Electoral Bonds: क्या होता है चुनावी बांड? सुप्रीम कोर्ट ने क्यों किया रद्द

Supreme Court

India News (इंडिया न्यूज), Electoral Bonds: लोकसभा चुनाव से पहले सुप्रीम कोर्ट ने आज (गुरुवार) बड़ा फैसला सुनाया है। भारत के सर्वोच्च न्यायालय की ओर से चुनावी बांड को असंवैधानिक घोषित कर दिया गया। साथ ही राजनीतिक दलों की फंडिंग में पारदर्शिता को एक “आवश्यक” चुनावी प्रक्रिया बताया गया।

सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बांड के विशेष जारीकर्ता भारतीय स्टेट बैंक को चुनावी बांड के माध्यम से किए गए दान के बारे में विवरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। जिसमें उन राजनीतिक दलों के बारे में जानकारी भी देने को कहा गया है, जिन्होंने ये योगदान प्राप्त किया था।

मुख्य न्यायाधीश ने सुनाया फैसला

भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि “एसबीआई राजनीतिक दलों द्वारा भुनाए गए चुनावी बांड का विवरण प्रस्तुत करेगा। एसबीआई ईसीआई को विवरण प्रस्तुत करेगा। ईसीआई इन विवरणों को 31 मार्च, 2024 तक वेबसाइट पर प्रकाशित करेगा।”

उन्होंने आगे यह भी कहा कि “यह संभव है कि 20,000 से अधिक का योगदान भी समर्थन हो सकता है। भारत संघ यह स्थापित करने में असमर्थ रहा है कि धारा 29(1) में सूचना के अधिकार संशोधन पर अंकुश लगाने के लिए 7(4) सबसे कम प्रतिबंधात्मक साधन है। आरपीए और आईटी अधिनियम संशोधन को असंवैधानिक घोषित किया गया है। चुनावी बांड योजना को असंवैधानिक करार दिया गया है।“

क्या होता है चुनावी बांड

बता दें कि यह बांड धारक बांड और वचन पत्र के समान हैं। जिन्हें व्यक्तियों, कंपनियों, फर्मों या व्यक्तियों के संघों द्वारा खरीदा जा सकता है। जिसे खरीदने का केवल यह शर्त है कि भारत के नागरिक हों या भारत में निगमित/स्थापित हों। ये बांड विशेष रूप से राजनीतिक दलों को धन योगदान देने के लिए जारी किए जाते हैं। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा 2017 में एक वित्त विधेयक के माध्यम से पेश की गई। इस योजना का उद्देश्य दानदाताओं की गुमनामी बनाए रखते हुए पंजीकृत राजनीतिक दलों को दान की सुविधा प्रदान करना है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) 1,000 रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक के विभिन्न मूल्यवर्ग में चुनावी बांड जारी करता है।

सुप्रीम कोर्ट ने क्यों लिया फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने राजनीतिक दलों की फंडिंग में पारदर्शिता के महत्व पर प्रकाश डाला। इसमें कहा गया है कि चुनावी बांड संभावित बदले के संबंध में नागरिकों के सूचना के अधिकार का उल्लंघन करते हैं। न्यायालय ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को चुनावी बांड जारी करने पर तुरंत रोक लगाने का निर्देश दिया। एसबीआई को 6 मार्च तक सभी प्रासंगिक विवरण भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) को जमा करना अनिवार्य है। ईसीआई सूचना प्राप्त होने के एक सप्ताह के भीतर सभी दान को सार्वजनिक करने के लिए जिम्मेदार होगा।

राजनीतिक दलों को निर्देश दिया गया है कि वे सभी चुनावी बांड खरीददारों को 15 दिन की वैधता अवधि के भीतर लौटा दें। वैधता अवधि के भीतर कोई भी शेष चुनावी बांड, जिसे राजनीतिक दलों ने अभी तक भुनाया नहीं है, उसे भी खरीदारों को वापस किया जाना चाहिए। संविधान पीठ ने फैसला सुनाया कि काले धन से निपटने और दानदाताओं की गोपनीयता की रक्षा करने के लिए चुनावी बांड का कथित उद्देश्य अपर्याप्त औचित्य है। इसने इस बात पर जोर दिया कि चुनावी बांड काले धन के मुद्दे को संबोधित करने के लिए विशेष समाधान नहीं हैं। यह सुझाव देते हुए कि वैकल्पिक उपाय मौजूद हैं।

Also Read:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

जयपुर अग्निकांड में घायलों की मदद करने वालों की होगी पहचान, CCTV खंगालने के लिए टीम गठित ; जानिए वजह
जयपुर अग्निकांड में घायलों की मदद करने वालों की होगी पहचान, CCTV खंगालने के लिए टीम गठित ; जानिए वजह
MP सरकार पर उठाए सवाल, शाजापुर गोलीकांड के पीड़ित परिवार से मिले दिग्विजय सिंह
MP सरकार पर उठाए सवाल, शाजापुर गोलीकांड के पीड़ित परिवार से मिले दिग्विजय सिंह
‘ज्यादा ऊंची उड़ान मत भरिए, नहीं तो…’, अल्लू अर्जुन को लेकर ये क्या बोल गए ACP Vishnu Murthy?  सुनकर फैंस हो गए आगबबूला
‘ज्यादा ऊंची उड़ान मत भरिए, नहीं तो…’, अल्लू अर्जुन को लेकर ये क्या बोल गए ACP Vishnu Murthy? सुनकर फैंस हो गए आगबबूला
सरकार बनते ही सबसे पहले शराबबंदी करूंगा, योगी के मंत्री ने फिर से दुहराई बात; इस मुद्दे पर सपा पर जमकर साधा निशाना
सरकार बनते ही सबसे पहले शराबबंदी करूंगा, योगी के मंत्री ने फिर से दुहराई बात; इस मुद्दे पर सपा पर जमकर साधा निशाना
जेल में बंद इमरान खान ने कर दिया खेला, हिल गई पाकिस्तान  सरकार, शाहबाज शरीफ ने…
जेल में बंद इमरान खान ने कर दिया खेला, हिल गई पाकिस्तान सरकार, शाहबाज शरीफ ने…
‘कुछ लोग खुश है तो…’, महाराष्ट्र में विभागों के बंटवारें के बाद अजित पवार ने कह दी ये बड़ी बात, आखिर किस नेता पर है इनका इशारा?
‘कुछ लोग खुश है तो…’, महाराष्ट्र में विभागों के बंटवारें के बाद अजित पवार ने कह दी ये बड़ी बात, आखिर किस नेता पर है इनका इशारा?
Jaipur:जयपुर-अजमेर हाईवे पर बड़ा हादसा टला, ट्रक में रखे CNG में लगी आग…
Jaipur:जयपुर-अजमेर हाईवे पर बड़ा हादसा टला, ट्रक में रखे CNG में लगी आग…
CM आतिशी और अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा? सब कुछ हो गया साफ
CM आतिशी और अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा? सब कुछ हो गया साफ
भारत ने वेस्टइंडीज को 211 रनों से हराया, रेणुका ने किया कमाल का प्रर्दशन
भारत ने वेस्टइंडीज को 211 रनों से हराया, रेणुका ने किया कमाल का प्रर्दशन
‘चिंता मत करो, जो हुआ…’, PM मोदी से मुलाकात पर वसुंधरा राजे का आया जवाब, कही ये बड़ी बात
‘चिंता मत करो, जो हुआ…’, PM मोदी से मुलाकात पर वसुंधरा राजे का आया जवाब, कही ये बड़ी बात
कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में हैं उमर अब्दुल्ला? पिछले कुछ समय से मिल रहे संकेत, पूरा मामला जान अपना सिर नोंचने लगेंगे राहुल गांधी
कांग्रेस को झटका देने की तैयारी में हैं उमर अब्दुल्ला? पिछले कुछ समय से मिल रहे संकेत, पूरा मामला जान अपना सिर नोंचने लगेंगे राहुल गांधी
ADVERTISEMENT