Electricity Crisis So will there be a blackout in the country
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
देश में तमाम थर्मल प्लांट विशेष तौर पर उत्तर भारत में स्थित थर्मल प्लांट कोयले की कमी से बुरी तरह से जूझ रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अधिकत्तर थर्मल प्लांट में बहुत कम मात्रा में कोयले का स्टॉक बचा है। जिससे आशंका जताई जा रही है कि यूरोप और चीन के बाद भारत में भी बिजली किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। वहीं दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र से दखल देने की मांग की है।
बिजली मंत्रालय ने किया बिजली संकट से इनकार (Electricity Crisis )
हालांकि ब्लैक आउट की किसी भी संभावना को पूरी तरह से खारिज करते हुए बिजली मंत्रालय ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि थर्मल पावर प्लांट्स में कोयले के भंडार समीक्षा की है। देश में पावर प्लांट्स की मांग को पूरा करने के लिए कोयला मौजूद है। इसकी कमी और बिजली संकट की आशंका पूरी तरह से गलत है।
कोयला मंत्रालय ने भी किया आपात स्थिति की संभावना से इनकार (Electricity Crisis )
इस बारे में कोयला मंत्रालय की तरफ से भी ट्वीट कर स्थिति को साफ किया गया है। इसमें कहा गया है कि देश में कोयले का आयात कम करने के लिए घरेलू कोयले की आपूर्ति बढ़ाई गई है। आत्मनिर्भर दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में घरेलू कोयले पर आधारित बिजली उत्पादन में 24 फीसद की वृद्धि हुई है और आयातित कोयले की सप्लाई 30 फीसद कम हुई है। एक अन्य ट्वीट में कहा गया है कि देश में कोयले का आयात कम करने के लिए घरेलू कोयले की आपूर्ति बढ़ाई गई है।
(Electricity Crisis)
Also Read : CBSE Board Exam 2021-22 : सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में इस बार पेटर्न चेंज, जानिए क्या हुआ बदलाव
Connect With Us : Twitter Facebook