इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
तीन माह से चल रहे युद्ध में यूक्रेन पूरी तरह से तहस-नहस हो चुका है, लेकिन रूस की ओर से यूक्रेन पर किए जा रहे हमले बंद होने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं अब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का यूरोप में भी विरोध बढ़ता दिख रहा है। क्योंकि रूस के करीबी बताए जा रहे बुल्गारिया ने रूस पर कड़े प्रतिबंधों व यूक्रेनी सेना के टैंक और हेलिकॉप्टर की मरम्मत का ऐलान किया है। साथ ही यूक्रेनी सेना को मदद का भरोसा दिया है।
सूत्रों मुताबिक बुल्गारिया ने जासूसी के आरोप में रूसी दूतावास के कई आला अधिकारियों को अपने देश से निकाल दिया है। यूक्रेन संकट के बीच स्वीडन और फिनलैंड ने भविष्य के खतरे को देखते हुए नाटो में शामिल होने की इच्छा भी जताई है। इसके बाद इन दोनों देशों पर रूसी हमले खतरा मंडरा रहा है।
ब्रिटेन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन
वहीं ब्रिटेन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रूसी हमले की स्थिति में स्वीडन और फिनलैंड को मदद देने का प्रस्ताव रखा है। जॉनसन का कहना है कि ब्रिटेन, स्वीडन को नाटो की सदस्यता देने के पक्ष में है। इस मुद्दे पर वोटिंग में वह समर्थन देगा। बताया जा रहा है कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और स्वीडन की पीएम मैग्डेलेना एंडरसन ने स्वीडन में एक पार्टनरशिप डॉक्यूमेंट्स पर हस्ताक्षर भी किए हैं।
ये भी पढ़ें : जानिए आज का Corona Update, पिछले 24 घंटे में सामने आए 2,827 नए केस, इतने लोगों ने गंवाई जान
Connect With Us : Twitter | Facebook | Youtube