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आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार विजय नायर को अदालत ने पांच दिन की सीबीआई रिमांड पर भेजा

BY: Umesh Kumar Sharma • LAST UPDATED : September 28, 2022, 9:00 pm IST
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आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार विजय नायर को अदालत ने पांच दिन की सीबीआई रिमांड पर भेजा

आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार विजय नायर को अदालत ने पांच दिन की सीबीआई रिमांड पर भेजा

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली, (Excise Policy) । आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार विजय नायर को अदालत ने पांच दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है। सीबीआई ने सात दिन की रिमांड मांगी थी। गौरतलब है कि सीबीआई ने कारोबारी विजय नायर को मंगलवार को गिरफ्तार किया था। राजधानी दिल्ली के कथित शराब नीति घोटाले में यह पहली गिरफ्तारी है।

नायर को दिल्ली की एक अदालत में किया गया पेश

नायर को दिल्ली की एक अदालत में बुधवार को पेश किया गया। अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए नायर को पांच दिनों के लिए रिमांड पर भेज दिया। गिरफ्तारी से पहले सीबीआई ने नायर को पूछताछ के लिए बुलाया था। सीबीआई अधिकारियों ने उनसे लंबी पूछताछ की थी। इस मामले में सीबीआई की ओर से दायर केस में विजय नायर पांचवें नंबर का आरोपी है।

इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ओनली मच लाउडर के पूर्व सीईओ है नायर

गौरतलब है कि नायर इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ओनली मच लाउडर के पूर्व सीईओ है। इससे पहले ईडी ने उसके ठिकानों पर छापेमारी की थी। वहीं, इस मामले में आम आदमी पार्टी का कहना है कि विजय नायर का आबकारी नीति से कोई लेना-देना नहीं है। पार्टी ने उसे मीडिया रणनीतिकार बताया है। इसके साथ ही कहा कि वह गुजरात चुनाव के लिए रणनीति बना रहे थे।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री कथित अनियमितताओं के मामले हैं आरोपी

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शराब नीति के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं के मामले में आरोपी हैं। सीबीआई द्वारा प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने धन शोधन का मामला दर्ज किया है और अब तक दोनों एजेंसियों ने इस मामले में कई तलाशी अभियान चलाये हैं।
प्राथमिकी के अनुसार, सिसोदिया के करीबियों- गुरुग्राम स्थित बड़ी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडेय शराब के लाइसेंस से प्राप्त लाभ को आरोपी लोक सेवकों तक पहुंचाने में लिप्त थे।

सीबीआई का कहना है कि अरोड़ा के प्रबंधन वाली कंपनी राधा इंडस्ट्रीज ने महेन्द्रू से एक करोड़ रुपये लिए थे। एजेंसी ने दावा किया है कि सूत्रों ने खुलासा किया कि अरुण रामचंद्र पिल्लै समीर महेन्द्रू से अनुचित तरीके से पैसों का लाभ लेकर विजय नायर के जरिये उसे आरोपी लोकसेवकों तक पहुंचाता था।

ईडी मामले की कर रही है जांच

एजेंसी ने बताया कि अर्जुन पांडेय नाम के एक व्यक्ति ने एक बार विजय नायर की ओर से समीर महेन्द्रू से दो से चार करोड़ रुपये लिए। ईडी इसकी जांच करते हुए यह पता लगा रही है कि कथित अनियमितताएं आबकारी नीति के क्रियान्वयन के तहत की गई थीं या नहीं। इस मामले में एजेंसी ने आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक और तिहाड़ जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन से भी पूछताछ की है। लेकिन अपने अंतिम निर्ष्कष पर नहीं पहुंची है।

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