Fraud in the Name of Crypto क्रिप्टो के नाम पर चूना लगाने वाले कारोबारी की संपत्तियां जब्त
- 1200 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
Fraud in the Name of Crypto : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने क्रिप्टोकरेंसी की पेशकश के नाम पर निवेशकों से करीब 1,200 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में केरल के एक कारोबारी की संपत्तियां जब्त कर ली हैं।
ईडी ने सोमवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि निशाद के और उसके सहयोगियों के खिलाफ यह कदम उठाया गया है। उन पर ‘मारिस कोइन क्रिप्टोकरेंसी’ योजना लाकर जमाकर्ताओं को कथित तौर पर लुभाकर ठगने का आरोप है।
प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि धनशोधन रोधक अधिनियम (PMLA) के तहत केरल के इस कारोबारी की संपत्तियां जब्त करने का अस्थायी आदेश जारी किया गया है। जब्त की गई संपत्तियों का कुल मूल्य 36.72 करोड़ रुपए से अधिक है।
ईडी के अनुसार निशाद ने अपनी कंपनियों के जरिए निवेशकों से क्रिप्टोकरेंसी दिए जाने के नाम पर करोड़ों रुपए इकट्ठा किए। इस रकम को निशाद और उनके सहयोगियों द्वारा संचालित कंपनियों के जरिए इधर-उधर खपा दिया गया।
जांच एजेंसी के मुताबिक निवेशकों को ऊंचे रिटर्न का लालच देकर रुपए जुटाना गैरकानूनी है। किसी नियामकीय एजेंसी की पूर्व मंजूरी के बगैर ऐसा नहीं किया जा सकता।
एजेंसी ने इस सिलसिले में केरल पुलिस की तरफ से दर्ज कई प्राथमिकियों का अध्ययन किया और इसके बाद निशाद के खिलाफ केस दर्ज किया। उस पर 900 से अधिक निवेशकों से 1,200 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है। Fraud in the Name of Crypto
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