संबंधित खबरें
‘केंद्रीय अर्धसैनिक बल, CISF और पुलिस के जवान पैसे लेते हैं तो…’ रिश्वत लेने वालों पर CM Mamata ने ये क्या कह दिया?
चलती बस से कूदी लड़की, बस में फैली यौन शोषण की…महिला के मेडिकल से हुआ बड़ा खुलासा
UP के इन 5 जगहों में नहीं लगेगा कोई फोन कॉल, CM Yogi के इस फैसले से ‘खास समुदाय’ की हो गई खटिया खड़ी
यूपी में भेड़िया के बाद बाघ का आतंक! हमले में किसान को उतारा मौत के घाट
पहले फाड़े कपड़े, तोड़ दिए दांत और आंखे, फिर मार-मार कर किया अधमरा, महिला के साथ बदमाशों ने की सारे हदें पार
CM Yogi का बड़ा तोहफा, Vikrant Massey की The Sabarmati Report को किया टैक्स फ्री
India News(इंडिया न्यूज),G20 Summit: आने वाले 9 सितंबर और 10 सितंबर को भारत जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है। जिसके लिए पूरी दुनिया की नजर भारत पर है। ये मौका भारत लिए एक बड़ा अवसर होगा क्योंकि इसमें अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन सहित 19 देशों के नेता शामिल होंगे, जो इस समूह का हिस्सा है। तो वहीं, आज अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जी20 में भाग लेने के लिए आज भारत आने वाले है।
जी20 सम्मेलन में बाइडन के आगमन की जानकारी देते हुए व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने बताया कि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जी-20 शिखर सम्मेलन में जिन महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, उनमें विकासशील देशों के लिए काम करना, जलवायु, प्रौद्योगिकी जैसे विषयों पर प्रगति करना और बहुपक्षीय विकास बैंकों को नया आकार देना शामिल हैं। इसके साथ हीं व्हाइट हाउस ने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में समूह इन विषयों पर प्रगति करने में सक्षम होगा।
मिली जानकारी के अनुसार, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भारत की जी20 अध्यक्षता की सराहना करते हुए कहा कि, हम इस साल जी20 पर उनके नेतृत्व के लिए पीएम मोदी की सराहना करते हैं और हम यह सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि भारत जी20 की सफलतापूर्वक मेजबानी कर सके। हम निश्चित रूप से प्रधानमंत्री मोदी के साथ कई मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता करेंगें।
जानकारी के लिए बता दें कि, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, जी-20 शिखर सम्मेलन में अमेरिका का मुख्य ध्यान बहुपक्षीय विकास बैंकों, विशेष रूप से विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को मौलिक रूप से नया आकार देने और उसे आगे बढ़ाने के एजेंडे पर काम करना है। उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि ये संस्थान विकासशील देशों में पारदर्शी और उच्च गुणवत्ता वाले निवेश जुटाने के लिए हमारे पास मौजूद सबसे प्रभावी उपकरणों में से हैं। यही कारण है कि अमेरिका ने इन संस्थानों को विकसित करने के लिए वर्तमान में जारी प्रयासों का समर्थन किया है ताकि वे वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहें।
ज्ञात हो कि, हाल ही में सामने आया था कि अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन कोरोना संक्रमित हो गई थीं, जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत दौरे को लेकर शंका जताई जा रही थी। हालांकि अब व्हाइट हाउस ने साफ कर दिया है कि भारत रवाना होने से पहले, जो बाइडन की एक और रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आई है। इससे पहले, मंगलवार और सोमवार को भी अमेरिकी राष्ट्रपति का दो बार टेस्ट किया गया था, जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव पाई गई थी। कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद व्हाइट हाउस ने कहा है कि जो बाइडन की भारत और वियतनाम यात्रा में कोई बदलाव नहीं किया गया है। जो बाइडन भारत यात्रा और वियतनाम यात्रा के दौरान रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करेंगे।
ये भी पढ़े
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.