India News (इंडिया न्यूज़), Goldy Brar Gang: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को पंजाब में नौ स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें भगोड़े गैंगस्टर गोल्डी बरार और उसके साथियों से जुड़े परिसरों को निशाना बनाया गया। जबरन वसूली और गोलीबारी के मामले से जुड़े छापे में डिजिटल उपकरणों सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई। बता दें, जांच चंडीगढ़ में एक पीड़ित के घर पर जबरन वसूली और गोलीबारी की मांग से संबंधित है। स्थानीय पुलिस ने शुरू में 20 जनवरी को मामला दर्ज किया और 18 मार्च को एनआईए ने जांच अपने हाथ में ले ली।
इन जगहों पर हुई छापेमारी
मोहाली, पटियाला, होशियारपुर और फतेहगढ़ साहिब जिलों में छापेमारी की गई। एनआईए की जांच में पता चला कि गोल्डी बरार ने राजपुरा के गोल्डी नामक एक सहयोगी के साथ मिलकर पंजाब, चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों के व्यापारियों से पैसे वसूलने की साजिश रची थी। उन्होंने बरार द्वारा गठित आतंकवादी गिरोहों को हथियार और गोला-बारूद भी मुहैया कराया और नशीले पदार्थों की तस्करी और बिक्री में शामिल थे।
अपने गैंग में इनको किया भर्ती
एनआईए के निष्कर्षों के अनुसार, गोल्डी बरार और उसके साथी, जो विदेश में रहते हैं, ने कमज़ोर युवाओं को अपने गिरोह में भर्ती किया। इन भर्तियों का इस्तेमाल जबरन वसूली के लक्ष्यों की पहचान करने, उनके घरों पर गोलीबारी करके उन्हें डराने और नशीले पदार्थों की तस्करी और हथियारों की तस्करी में शामिल होने के लिए किया जाता था। करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या से संबंधित एक अलग मामले में बरार और 11 अन्य के खिलाफ आरोप दायर करने के एक दिन बाद एनआईए ने यह कार्रवाई की है। जांच अभी भी जारी है।