India News (इंडिया न्यूज),Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में भगवान राम का मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। सोमवार को नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आधी रात से ही भक्त दर्शन के लिए जुटने लगे। मंगलवार की देर शाम तक पांच लाख से अधिक श्रद्धालु भगवान राम के बाल स्वरूप के दर्शन कर चुके थे। आने वाले दिनों में ये संख्या बढ़ने वाली है। दरअसल, अयोध्या को वैश्विक आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र बनाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए विस्तृत योजना बनायी जा रही है। योजना के मुताबिक, अयोध्या शहर में कम से कम 13 नए मंदिरों का निर्माण किया जाएगा। इनमें से छह विशाल मंदिर परिसर के अंदर होंगे और सात बाहर बनाए जाएंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गुरुदेव गिरिजी ने योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि मुख्य मंदिर को पूरा करने का काम चल रहा है लेकिन अन्य सभी परियोजनाएं भी चल रही हैं। आपको बता दें कि अभी तक मुख्य मंदिर की पहली मंजिल का ही निर्माण हुआ है। गुरुदेव गिरिजी ने कहा, “दूसरी मंजिल पर काम चल रहा है जिसके बाद शिखर (गुंबद) का काम होना है।” उन्होंने कहा, ”इसके अलावा राम परिवार के पांच प्रमुख मंदिरों पर भी काम चल रहा है।” भगवान राम को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है, इसलिए भगवान गणपति, शिव, सूर्य या सूर्य देव और देवी जगदंबा को समर्पित मंदिर भी बनाए जा रहे हैं।
पुजारी ने बताया कि ये मंदिर मुख्य मंदिर के चारों कोनों में स्थित होंगे। भगवान राम के सबसे बड़े भक्त हनुमान को समर्पित एक अलग मंदिर भी होगा। इन मंदिरों पर पहले से ही काम चल रहा है। यहां मूर्तियां स्थापित की गई हैं। पॉलिशिंग का काम चल रहा है और फिनिशिंग टच दिया जाना बाकी है। सीता रसोई के पास देवी अन्नपूर्णा को समर्पित एक मंदिर होगा। मंदिर परिसर के बाहर विशाल क्षेत्र में सात मंदिर होंगे। उन्होंने कहा कि ये मंदिर उन लोगों को समर्पित होंगे जिन्होंने “भगवान राम के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं।” उन्होंने कहा, “ये मंदिर संत वाल्मिकी, वशिष्ठ, विश्वामित्र, देवी शवरी और विशाल पक्षी जटायु के होंगे। उन्होंने राम के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया।”
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आ रहे हैं। देर रात जारी एक बयान के मुताबिक, श्री राम लला की बाल मूर्ति के प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान के अगले दिन अयोध्या में उमड़े लाखों श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद जमीनी स्तर पर मोर्चा संभाल लिया है।
मंगलवार को अचानक अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री ने पहले हवाई सर्वेक्षण कर हालात का जायजा लिया और फिर स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर श्रद्धालुओं की सुरक्षा, आराम और सुविधा के लिए जरूरी इंतजाम करने के निर्देश दिये। मंदिर के कपाट सुबह सात बजे खुले लेकिन रात के दूसरे पहर से ही दर्शन के लिए भक्तों की अनंत कतार लग गई। हालांकि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रशासन और पुलिस की टीमें श्रद्धालुओं की सुरक्षा, आराम और सुविधा के लिए पूरी तरह से तैयार थीं।
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