होम / देश / हरिद्वार में मां गंगा के नीचे मिली ऐसी चीज़, देख के लोगो के उड़ गए होश, वीडियो देख यकीन नहीं होगा?

हरिद्वार में मां गंगा के नीचे मिली ऐसी चीज़, देख के लोगो के उड़ गए होश, वीडियो देख यकीन नहीं होगा?

PUBLISHED BY: Prachi Jain • LAST UPDATED : October 22, 2024, 11:16 am IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

हरिद्वार में मां गंगा के नीचे मिली ऐसी चीज़, देख के लोगो के उड़ गए होश, वीडियो देख यकीन नहीं होगा?

Haridwar Railway Track Under Ganga: सोशल मीडिया पर इन पटरियों की तस्वीरें और वीडियो वायरल होने के बाद, कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। कुछ लोग मान रहे हैं कि यह छोटी ट्रेनों के चलने का प्रमाण है, जबकि कुछ इसे पानी में चलने वाले वाहन से जोड़कर देख रहे हैं।

India News (इंडिया न्यूज), Haridwar Railway Track Under Ganga: हरिद्वार में गंगा नहर की सफाई के लिए पानी को रोके जाने के बाद, हर की पैड़ी और वीआईपी घाट जैसे प्रसिद्ध स्थलों का नजारा पूरी तरह बदल गया है। जहां पहले गंगा की धारा प्रवाहित होती थी, वहां अब सूखी तलहटी दिखाई दे रही है। इसी तलहटी में कुछ ऐसी चीजें सामने आई हैं जो लोगों के बीच जिज्ञासा और चर्चा का विषय बन गई हैं—गंगा की तलहटी से रेलवे ट्रैक जैसी पटरियां नजर आ रही हैं।

पटरियों की उत्पत्ति और ऐतिहासिक महत्व

हरिद्वार के इतिहास के जानकारों के अनुसार, ये पटरियां किसी रेलवे लाइन का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि ब्रिटिश काल के दौरान गंग नहर के निर्माण के समय इस्तेमाल की गई थीं। 1850 के आसपास जब गंग नहर का निर्माण कार्य हो रहा था, तो इस क्षेत्र में ट्रैक पर चलने वाली हाथगाड़ियों का उपयोग निर्माण सामग्री ढोने के लिए किया जाता था। ये पटरियां उसी समय की यादगार हैं। भीमगौड़ा बैराज से लेकर डाम कोठी तक का डैम और तटबंध निर्माण के दौरान इन पटरियों का इस्तेमाल किया गया था।

एक घर से निकले 12 जनाज़े, दहाड़े मार कर रोया मोहल्ला, दर्द देख PM Modi से CM Yogi तक मदद के लिए दौड़े!

इतिहासकार प्रोफेसर डॉ. संजय महेश्वरी के अनुसार, गंग नहर का निर्माण लॉर्ड डलहौजी के समय में किया गया था, और इसे इंजीनियर कोटले के सुपरविजन में तैयार किया गया था। ब्रिटिश काल के इस तरह के निर्माण कार्य आधुनिक भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह परियोजना उस समय की बड़ी तकनीकी उपलब्धियों में से एक थी, और इस नहर के निर्माण के दौरान इन पटरियों का उपयोग अंग्रेज अफसरों के निरीक्षण के लिए भी किया जाता था।

सोशल मीडिया और जनता की उत्सुकता

सोशल मीडिया पर इन पटरियों की तस्वीरें और वीडियो वायरल होने के बाद, कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। कुछ लोग मान रहे हैं कि यह छोटी ट्रेनों के चलने का प्रमाण है, जबकि कुछ इसे पानी में चलने वाले वाहन से जोड़कर देख रहे हैं। हालांकि, यह स्पष्ट हो चुका है कि ये पटरियां गंग नहर के निर्माण के दौरान इस्तेमाल की गई हाथगाड़ियों का हिस्सा थीं।

पूरी दिल्ली पर राज करता है ये शख्स, कमाई जान बड़े-बड़े व्यवसायियों के छूटे पसीने

भारत की पहली रेल लाइन का संदर्भ

इतिहासकारों के अनुसार, रुड़की और कलियर के पास भारत की पहली रेल लाइन बिछाई गई थी। हालांकि, इसे आधिकारिक रूप से पहली रेलवे लाइन के रूप में मान्यता नहीं मिली। इस प्रकार, हरिद्वार के ये पटरियां भी ब्रिटिश काल के तकनीकी नवाचारों का हिस्सा मानी जा सकती हैं, जो उस समय के बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए इस्तेमाल की गई थीं।

गंगा नहर की सफाई और इसके प्रभाव

हर साल यूपी सिंचाई विभाग द्वारा गंग नहर को मेंटेनेंस के लिए बंद किया जाता है। इस दौरान गंगा का पानी सूख जाने से घाटों का दृश्य पूरी तरह बदल जाता है, और गंगा की तलहटी में छिपे हुए रहस्य सामने आने लगते हैं। इस बार पटरियों का सामने आना न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है, बल्कि यह ब्रिटिश काल की निर्माण प्रक्रिया की एक झलक भी प्रस्तुत करता है।

पोते ने दादी की दी बलि, शिवलिंग पर चढ़ाया खून, इस लड़के की खौफनाक करतूत देख कांप गई पुलिस

इस प्रकार, हरिद्वार में गंगा के तट पर नजर आने वाली ये पटरियां आधुनिकता और इतिहास का संगम हैं, जो हमें हमारे अतीत की तकनीकी प्रगति की याद दिलाती हैं।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

SP विधायक के बिगड़े बोल, BJP सरकार को  बताया हिंदू आतंकवादी , मचा बवाल
SP विधायक के बिगड़े बोल, BJP सरकार को बताया हिंदू आतंकवादी , मचा बवाल
Rajasthan News: राजस्थान में विदेशी कुत्तों पर सट्टा लगाने वाले 81 लोग हुए गिरफ्तार
Rajasthan News: राजस्थान में विदेशी कुत्तों पर सट्टा लगाने वाले 81 लोग हुए गिरफ्तार
Bihar Politics: “दिल्ली के नेता पूर्वांचल के नाम पर भ्रम फैला रहे हैं”, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का केजरीवाल पर हमला
Bihar Politics: “दिल्ली के नेता पूर्वांचल के नाम पर भ्रम फैला रहे हैं”, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का केजरीवाल पर हमला
ट्रंप की दबंगई की चालू, चीन और यूरोपीय देशों के बाद इस देश को दे डाली धमकी, दुनिया भर में मची हड़कंप
ट्रंप की दबंगई की चालू, चीन और यूरोपीय देशों के बाद इस देश को दे डाली धमकी, दुनिया भर में मची हड़कंप
MP Student Protest: 70 घंटे बाद खत्म हुआ छात्रों का प्रदर्शन, आज करेंगे CM मुलाकात, सभी मांगे होंगी पूरी
MP Student Protest: 70 घंटे बाद खत्म हुआ छात्रों का प्रदर्शन, आज करेंगे CM मुलाकात, सभी मांगे होंगी पूरी
नए साल पर गलती से भी न करें ये काम, अगर कर दिया ऐसा तो मां लक्ष्मी देंगी ऐसी सजा जो सोच भी नहीं पाएंगे आप
नए साल पर गलती से भी न करें ये काम, अगर कर दिया ऐसा तो मां लक्ष्मी देंगी ऐसी सजा जो सोच भी नहीं पाएंगे आप
धरती पर नरक का जीता-जाता चेहरा है ये जेल, जिंदा रहने से ज्यादा मौत की गुहार लगाता है हर कैदी!
धरती पर नरक का जीता-जाता चेहरा है ये जेल, जिंदा रहने से ज्यादा मौत की गुहार लगाता है हर कैदी!
UPPSC PCS: UPPSC PCS प्री परीक्षा के लिए सख्त सुरक्षा! 5.76 लाख अभ्यर्थी देंगे परीक्षा
UPPSC PCS: UPPSC PCS प्री परीक्षा के लिए सख्त सुरक्षा! 5.76 लाख अभ्यर्थी देंगे परीक्षा
‘किसी भी तरह की घुसपैठ बर्दाश्त नहीं…’ जिसने दिया खाने को रोटी, पाकिस्तान उसी देश को दिखा रहा आंख
‘किसी भी तरह की घुसपैठ बर्दाश्त नहीं…’ जिसने दिया खाने को रोटी, पाकिस्तान उसी देश को दिखा रहा आंख
MP Weather Update: 25 दिसंबर से बढ़ेगा ठंड का कहर, IMD ने बारिश, कोहरे और शीतलहर को लेकर जारी किया अलर्ट
MP Weather Update: 25 दिसंबर से बढ़ेगा ठंड का कहर, IMD ने बारिश, कोहरे और शीतलहर को लेकर जारी किया अलर्ट
ये 5 ऐसे मुख्य साइन जो बताते है कि जरुरत से ज्यादा तेजी से काम कर रहा है आपका लिवर, जानें कैसे?
ये 5 ऐसे मुख्य साइन जो बताते है कि जरुरत से ज्यादा तेजी से काम कर रहा है आपका लिवर, जानें कैसे?
ADVERTISEMENT