India News (इंडिया न्यूज़),Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में जो हुआ उसका दर्द हर किसी के दिल में रह-रह कर उठ रहा है। अब तक 121 लोगों की जान जाने की खबर है। इस बीच जिस बाबा के सत्संग में लोग शामिल होने के लिए लोग पहुंचे थे वो भी फरार चल रहे हैं। पुलिस की ओर से लगातार छापेमारी जारी है। इस पूरे मौत के खेल में एक नाम और उभर कर आ रहा है जो इस वारदात के बाद से ही अपने परिवार के साथ अचानक गायब हो गया है। पुलिस भी लगातार जमीन आसमान एक करने में लगी हुई है। उसका नाम है ‘मुख्य सेवादार’ (मुख्य आयोजक) देवप्रकाश मधुकर। चलिए जानते हैं 121 लोगों के मौत के साथ क्या है इसका सीधा कनेक्शन।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार, 3 जुलाई को हाथरस में एक धार्मिक सभा के आयोजकों के खिलाफ पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की। जहां भगदड़ में 121 लोगों की दुखद जान चली गई। एफआईआर में ‘मुख्य सेवादार’ (मुख्य आयोजक) देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों को घटना में उनकी भूमिका के लिए नामित किया गया है, जो मंगलवार देर रात सिकंदर राव पुलिस स्टेशन में हुई, जैसा कि एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की है।
भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप दायर किए गए हैं, जिनमें गैर इरादतन हत्या, गैर इरादतन हत्या का प्रयास, गलत तरीके से रोकना, लोक सेवक के आदेशों की अवज्ञा और सबूतों को गायब करना शामिल है। राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार, भगदड़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 121 हो गई है, जबकि 28 लोग घायल हुए हैं।
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सूरज पाल उर्फ नारायण हरि उर्फ साकार विश्व हरि भोले बाबा की ओर से आयोजित सत्संग जिला हाथरस के गांव फुलरई मुगलगढ़ी में जीटी रोड के पास हुआ। जबकि लगभग 80,000 उपस्थित लोगों के लिए अनुमति मांगी गई थी, लगभग 2.5 लाख लोग एकत्र हुए, जिससे गंभीर यातायात जाम हो गया और वाहनों की आवाजाही रुक गई।
सत्संग समाप्त होने के बाद, भीड़ के अनियंत्रित होकर बाहर निकलने से अफरा-तफरी मच गई, जिसके परिणामस्वरूप जमीन पर बैठे लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। आयोजकों ने कथित तौर पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठियों का इस्तेमाल किया, जिससे पानी और कीचड़ से भरे मैदानों में स्थिति बिगड़ गई। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उपलब्ध संसाधनों से घायलों की सहायता करने के प्रयासों के बावजूद, प्राथमिकी में कहा गया है कि आयोजकों ने सहयोग नहीं किया। एफआईआर में यह भी लिखा है कि भोले बाबा का काफिला मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे कार्यक्रम स्थल से निकला था।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि देव प्रकाश मधुकर हाथरस का ही रहने वाला है। पता चला है कि वह सिकंदरामऊ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला दमदमपुरा की न्यू कॉलोनी में अपने परिवार संग रहता था। आरोपी देव प्रकाश मधुकर र सरकारी विभाग में नौकरी कर रहा था। खबरें आ रही है कि पुलिस के डर से परिवार संग फरारा चल रहा है। कहा जा रहा है कि फुलरई मुगलगढ़ी क्षेत्र में जो सतसंग हुआ उसका आयोजन उसने करवाया था। उसी के स्तर पर सतसंग का आयोजन किया गया था।
आयोजकों में 78 लोगों के शामिल होने की खबर है जिनमें;
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जब से यह विवाद हुआ तब से देव प्रकाश मधुकर अपने परिवार के साथ गायब है। कहा जा रहा है कि उसके घर पर भी ताला लगा हुआ है। हाथरस कांड के बाद उसके घर पर लोग जुटने लगे हैं अपनों का हिसाब लेने के लिए। लेकिन वहां पहले से ही ताला लगा नजर आ रहा है। देव प्रकाश अपने पूरे परिवार के साथ फरार है।
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