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Ajmer Dargah: मथुरा-काशी जैसे विवाद का कैसे हो समाधान? अजमेर दरगाह प्नमुख ने दिया बड़ा बयान

Himanshu Pandey • LAST UPDATED : February 23, 2024, 12:11 pm IST
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Ajmer Dargah: मथुरा-काशी जैसे विवाद का कैसे हो समाधान? अजमेर दरगाह प्नमुख ने दिया बड़ा बयान

Ajmer Dargah

India News (इंडिया न्यूज), Ajmer Dargah: मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह और काशी की ज्ञानवापी विवाद पर अजमेर दरगाह प्रमुख सैयद ज़ैनुल आबेदीन ने कहा है कि वाराणसी की ज्ञानवापी और मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिदों से संबंधित विवादों को अदालतों के बाहर सौहार्दपूर्ण ढंग से हल किया जाना चाहिए। किसी भी विवाद का समाधान आपसी सहमति से होना चाहिए।

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल की राजस्थान इकाई के द्वारा आयोजित ‘पैगाम-ए-मोहब्बत हम सबका भारत’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए आबेदीन ने कहा कि भारत वसुधैव कुटुंबकम की सभ्यता का पालन करके दुनिया में शांति बहाल करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि, ‘भारत विश्व शांति में अपनी भूमिका निभा रहा है, इसलिए हमारे देश के आंतरिक मुद्दों को अदालतों के बाहर शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने का प्रयास किया जाना चाहिए, बस एक मजबूत पहल की जरूरत है।

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मुस्लिम समुदाय को किया जा रहा गुमराह

उन्होंने आगे कहा, नागरिकता संशोधन कानून पर मुस्लिम समुदाय को गुमराह किया जा रहा है। ‘वास्तविकता यह है कि अधिनियम के प्रावधानों के विस्तृत विश्लेषण के बाद हमने पाया कि इस कानून का भारतीय मुसलमानों से कोई लेना-देना नहीं है और इस कानून का उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इससे अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के उत्पीड़ित अल्पसंख्यक अप्रवासियों को लाभ होगा। इससे किसी की भारतीय नागरिकता नहीं छिनने वाली है। किसी भी भारतीय की नागरिकता नहीं छीनी जा सकती क्योंकि कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।

मस्जिद विवादों पर क्या कहता है हिंदू पक्ष?

जानकारी के लिए बता दें कि, मस्जिदों की बात करें तो हिंदू पक्ष का दावा है कि मस्जिदें मुगलों द्वारा तोड़े गए मंदिरों के खंडहरों पर बनाई गई थी। इस महीने की शुरुआत में वाराणसी की एक अदालत ने एक पुजारी के परिवार को ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने में पूजा करने की अनुमति दी थी। हिंदू पक्ष का दावा है कि कोर्ट के आदेश पर वाराणसी में प्राचीन काशी विश्वनाथ मंदिर के बगल में स्थित मस्जिद का एएसआई सर्वे एक हिंदू मंदिर को तोड़कर किया गया था। उन्होंने पिछले महीने दावा किया था कि एजेंसी को मस्जिद के अंदर एक मंदिर के हिस्से मिले हैं।

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