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India News (इंडिया न्यूज), IAF Rape Case: जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय ने शुक्रवार (14 सितंबर) को भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर को अग्रिम जमानत दे दी। जिस पर एक महिला फ्लाइंग ऑफिसर के साथ बलात्कार, मानसिक उत्पीड़न और लगातार पीछा करने का आरोप है। वहीं जमानत आदेश में कहा गया है कि चूंकि याचिकाकर्ता विंग कमांडर के पद पर कार्यरत है और उसकी गिरफ्तारी की स्थिति में उसकी प्रतिष्ठा और सेवा करियर दोनों ही खतरे में पड़ जाएंगे। दरअसल, न्यायालय का यह आदेश जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा महिला अधिकारी द्वारा विंग कमांडर पर बलात्कार का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराने के बाद दर्ज की गई प्राथमिकी के एक दिन बाद आया है।
बता दें कि विशेष रूप से, न्यायालय ने पुलिस को बिना उसकी अनुमति के मामले में आरोप-पत्र दाखिल न करने का भी निर्देश दिया है। जो एक दुर्लभ कानूनी मिसाल है, खासकर धारा 376 (बलात्कार) के तहत आरोपों से जुड़े मामलों में, जहां आमतौर पर जमानत नहीं दी जाती है। एकल न्यायाधीश की पीठ द्वारा दिए गए आदेश में कहा गया है की इस न्यायालय ने जांच जारी रखने की अनुमति दी है। हालांकि, हम निर्देश देते हैं कि इस न्यायालय की अनुमति के बिना आरोप-पत्र दाखिल नहीं किया जाएगा। अदालत की जमानत शर्तों में 50,000 रुपये के दो जमानतदार शामिल हैं।
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इसके अलावा, आरोपी को अपने कमांडिंग अधिकारी की पूर्व सहमति के बिना केंद्र शासित प्रदेश छोड़ने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। साथ ही विंग कमांडर को 14 से 16 सितंबर के बीच सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच जांच अधिकारी (आईओ) के समक्ष उपस्थित होना होगा।
बता दें कि, 26 वर्षीय महिला फ्लाइंग ऑफिसर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि वह पिछले दो वर्षों से उत्पीड़न, यौन उत्पीड़न और मानसिक यातना झेल रही है। सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने मामले की आंतरिक जांच के आदेश दिए हैं। महिला अधिकारी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि 2023 में नए साल की पूर्व संध्या पार्टी के दौरान, उसके वरिष्ठ ने पूछा कि क्या उसे उपहार मिला है। महिला ने कहा कि मैंने कहा कि मुझे कोई उपहार नहीं मिला है। विंग कमांडर ने मुझे अपने कमरे में आने के लिए कहा, जहां उन्होंने सभी उपहार रखे हैं।
महिला ने आगे कहा कि जब वह उसके साथ उसके कमरे में गई, तो उसका परिवार वहां नहीं था, और पूछने पर उसने जवाब दिया कि वे कहीं और हैं। इसके बाद उसने आरोप लगाया कि उसके सीनियर ने उसे जबरन ओरल सेक्स के लिए मजबूर किया और उसके साथ छेड़छाड़ की। महिला फ्लाइंग ऑफिसर ने कहा कि मैंने उसे बार-बार ऐसा करने से मना किया और हर संभव तरीके से इसका विरोध करने की कोशिश की। आखिरकार, मैंने उसे धक्का दिया और भाग गई। वहीं इस घटना के बाद, बडगाम पुलिस ने संबंधित वायु सेना स्टेशन से सहायता मांगते हुए जांच शुरू की। भारतीय वायु सेना (IAF) ने चल रही जांच में अपना पूरा सहयोग देने की पुष्टि की है।
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