India News (इंडिया न्यूज), IMD Forecast: घने कोहरे के कारण जीवन अस्त व्यस्त हो गई है, उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्से पिछले कुछ दिनों से शीत लहर की चपेट में हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, उत्तर पश्चिम के अलग-अलग हिस्सों और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में शीत लहर बढने की संभावना है।

शीत लहर का रेड अलर्ट

बता दें कि, 27 और 28 जनवरी को उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर की स्थिति की भविष्यवाणी की गई है। इसी समय के दौरान ओडिशा में और 27 जनवरी को बिहार में भी इसी तरह की मौसम की स्थिति बनी रहने की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि, “26 की रात से 28 की सुबह के दौरान उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर और 26 की रात से 27 की सुबह के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ज़मीन पर पाला पड़ने की संभावना है।”

इन राज्यों में पड़ सकता है घना कोहरा

मौसम विभाग ने कहा कि, उत्तर पश्चिम भारत में घने से बहुत घने कोहरे का भी अनुमान लगाया जा रहा है। 26 जनवरी की रात से 31 जनवरी की सुबह के दौरान उत्तर प्रदेश के कई/अधिकांश हिस्सों, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों और बिहार के अलग-अलग हिस्सों में रात/सुबह कुछ घंटों के लिए घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बनी रहने की संभावना है। इस बीच, 29 जनवरी तक राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में और 28 जनवरी तक उत्तराखंड और पश्चिम मध्य प्रदेश में सुबह कुछ घंटों के लिए घने कोहरे की स्थिति बनी रहने की संभावना है। इसी तरह की मौसम की स्थिति उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में भी रहने की संभावना है। 27 और 28 जनवरी को सिक्किम, ओडिशा, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा।

कोल्ड डे की संभावना

उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ/कई हिस्सों में 30 जनवरी तक और पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में 28 जनवरी तक कोल्ड डे से लेकर सीवियर कोल्ड डे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।
पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में शनिवार तक कोल्ड डे की स्थिति जारी रहने की संभावना है।

न्यूनतम तापमान बढ़ने की संभावना

  • उत्तर पश्चिम और मध्य भारत- अगले चार से पांच दिनों तक न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।
  • पश्चिम भारत- महाराष्ट्र में अगले तीन दिनों तक न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है और उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा।

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