संबंधित खबरें
'मैं सबसे गुजारिश करना चाहूंगी कि…' कांग्रेस सांसद के साथ शादी की खबरों को लेकर इकरा हसन ने दिया चौकाने वाला बयान, जाने क्या कुछ कहां?
आम बजट में घोषित फ्लैगशिप स्कीम ने अपने क्रियान्वयन के पहले दो महीने में, 2 अग्नि परीक्षाएं पास कर ली
Pannus Threat For Maha Kumbh : 'इसे मार-मारकर भगाया जाएगा…' महंत रवींद्र पुरी ने दिया धमाकेदार बयान, खौफ में आ जाएगा खालिस्तानी पन्नू
शाह-मोदी का मुंह ताकते रह गए राहुल गांधी, यहां भी मिली जबरदस्त मात, केजरीवाल तो आस-पास भी नहीं
फिर दस्तख दे सकती है ठंड हो सकती है बारिश, जाने कैसे रहने वाला है इस हफ्ते मौसम का हाल!
‘नहीं हटाउंगी बुर्का’ हाईकोर्ट के जज से भिड़ गई मुस्लिम महिला वकील, जब मंगवाई गई रिपोर्ट तो…
नई दिल्ली। 13th BRICS summit
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13वें ब्रिक्स सम्मेलन को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी दूसरी बार ब्रिक्स समिट की अध्यक्षता कर रहे हैं। इससे पहले वे 2016 में गोवा में हुई ब्रिक्स समिट की अध्यक्षता कर चुके हैं। इस वर्चुअली मीटिंग में सभी ब्रिक्स देशों के राष्ट्राध्यक्ष मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी बात रखते हुए इसमें संसाधनों के साझा इस्तेमाल पर जोर दिया। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने की बात कही। भारत इस बार सम्मेलन का आयोजक है और प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी अध्यक्षता की। समिट में ब्राजील के राष्ट्रपति बोल्सेनारो, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और दक्षिण अफ्रीक का राष्ट्रपति रामाफोसा शामिल हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की अध्यक्षता के दौरान हमें सभी ब्रिक्स पार्टनर्स से भरपूर सहयोग मिला है। इसके लिए वे सभी के आभारी हैं। डेढ़ दशक में ब्रिक्स ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। आज हम विश्व की प्रभावकारी आवाज है। विकासशील देशों की प्राथमिकताओं पर ध्यान देने के लिए ये मंच उपयोगी हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- हमने ब्रिक्स (13th BRICS summit) काउंटर टेररिज्म प्लान एग्जिक्यूट किया है। हमने समझौते से सहयोग का नया अध्याय शुरू किया है। इससे इंट्रा ब्रिक्स व्यापार आसान होगा, वैक्सीनेशन रिसर्च सेंटर भी बनेगा। इन कदमों से न सिर्फ हमारी जनता को फायदा मिलेगा, बल्कि ब्रिक्स की भूमिका भी बनी रहेगी। ये बैठक ब्रिक्स को भविष्य में और उपयोगी बनाने के लिए काम आएगी।
मोदी ने कहा कि ब्रिक्स ने न्यू डेवलपमेंट बैंक, एनर्जी रिसर्च कॉरपोरेशन जैसे प्लेटफॉर्म शुरू किए हैं। गर्व करने के लिए हमारे पास बहुत कुछ है। यह भी जरूरी है कि हम आत्मसंतुष्ट ना हों। हमें ये निश्चित करना है कि ब्रिक्स अगले 15 सालों के लिए उपयोगी हो।
चीनी राष्ट्रपति शी-जिनपिंग ने कहा- ये ब्रिक्स की 15वीं एनिवर्सरी है। जिनपिंग ने कहा- ब्रिक्स के फ्यूचर के लिए हम मिलकर काम करेंगे। हम अपनी चुनौतियों से निपटने के लिए साझा संसाधनों के आधार पर रणनीति बनाएंगे। ब्रिक्स के भविष्य को मजबूत करेंगे। पिछले 15 साल में हमने राजनीतिक विश्वास बढ़ाया है और कूटनीतिक बातचीत को बढ़ावा दिया है। हमने एक-दूसरे से बातचीत का मजबूत रास्ता निकाला। हमने कई क्षेत्रों में प्रगति की है। हम अपने साझा विकास की यात्रा साथ-साथ कर रहे हैं। इस साल की शुरूआत से हमारे सहयोगी देश महामारी से उबरने की कोशिश कर रहे हैं और कई क्षेत्रों में हमने प्रगति भी की है।
ब्रिक्स (13th BRICS summit) 2011 में बना था। इसमें चार देशों ब्राजील, रूस, इंडिया, चाइना, साउथ अफ्रीका का एक ग्रुप है। इस ग्रुप को बनाने का मकसद वेस्टर्न कंट्रीज के इकोनॉमिक और पॉलिटिकल दबदबे का मुकाबला करना है। ब्रिक्स ने वॉशिंगटन में मौजूद इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड और वर्ल्ड बैंक के मुकाबले अपना खुद का बैंक बनाया है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.