India News (इंडिया न्यूज़), India-China, दिल्ली: गलवान घाटी में घातक झड़पों के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत लगातार चीन सीमा पर अपनी शक्ति बढ़ा रहा है। वायुसेना के की तरफ से 68000 से ज्यादा सेना के जवानों, 90 टैंको और हथियार को देशभर से पूर्वी लद्दाख में तैनात किया गया है। रक्षा और सुरक्षा से जुड़े प्रतिष्ठान की तरफ से यह जानकारी दी गई है।

  • श्रीनगर में मिग-29 तैनात किए गए
  • इजरायली ड्रोन को उत्तरी कमान में तैनात
  • वायुसेना ने किया एयरलिफ्ट

जानकारी के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने झड़पों के मद्देनजर लड़ाकू विमानों के कई स्क्वाड्रन को ‘आक्रामक मुद्रा’ में रखने के अलावा, दुश्मन के जमावड़े पर चौबीसों घंटे निगरानी और खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए अपने Su-30 MKI और जगुआर जेट को क्षेत्र में तैनात किया। श्रीनगर के वायुसेना बेस पर मिग-29 की तैनाती की गई है। साथ ही उत्तरी कमान के फारवर्ड पोस्ट पर इजरायली ड्रोन भी तैनात कए गए है। यह ड्रोन एक उड़ान में पाकिस्तान और चीन दोनों की सीमाओं का चक्कर लगा सकते है।

काफी कम समय में तैनाती

एक विशेष अभियान के तहत एलएसी के दुर्गम क्षेत्रों में त्वरित तैनाती के लिए भारतीय वायुसेना की तरफ से सैनिकों और हथियारों को ‘बहुत कम समय’ के भीतर पहुंचाया गया था। बढ़ते तनाव को देखते हुए, भारतीय वायुसेना ने चीनी गतिविधियों पर पैनी नजर रखने के लिए क्षेत्र में बड़ी संख्या में दूर से संचालित विमान (RPA) भी तैनात किए थे। 15 जून 2020 को गलवान घाटी में झड़प हो गई थी। इसके बाद से लगातार दोनों देशों के बीच बातचीत का दौर जारी है। आज दोनों देशों की सेनाओं के बीच 19वीं दौर की बातचीत हो रही है।

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