India News (इंडिया न्यूज़),Nuclear Reactor: भारत 13,800 मेगावाट बिजली पैदा करने की क्षमता वाले 18 और परमाणु ऊर्जा रिएक्टर बनाएगा, जिससे 2031-32 तक परमाणु ऊर्जा की कुल हिस्सेदारी 22,480 मेगावाट हो जाएगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले सप्ताह गुजरात के काकरापार में दो घरेलू स्तर पर निर्मित 700 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों को देश को समर्पित करने के बाद न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) ने इसकी घोषणा की। एनपीसीआईएल वर्तमान में 8,180 मेगावाट की कुल क्षमता वाले 24 रिएक्टर संचालित करता है।

पीएम मोदी ने 22 फरवरी को इसे देश को समर्पित किया

प्रधानमंत्री ने 22 फरवरी को काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन की यूनिट 3 और 4 को राष्ट्र को समर्पित किया था। उनके काकरापार दौरे से दो दिन पहले 20 फरवरी को केएपीएस-4 को पश्चिमी पावर ग्रिड से जोड़ा गया था। एनपीसीआईएल ने कहा कि केएपीएस तीन और चार उन्नत सुरक्षा सुविधाओं वाले सबसे बड़े स्वदेशी दबावयुक्त भारी जल रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) हैं, जो विश्व मानकों के अनुरूप हैं।

इसे एनपीसीआईएल करता है संचालित

इन रिएक्टरों को एनपीसीआईएल द्वारा डिजाइन, निर्मित, चालू और संचालित किया गया है। इसमें भारतीय कंपनियों द्वारा उपकरणों की आपूर्ति और अनुबंधों का निष्पादन शामिल है।

तमिलनाडु में बनाए जा रहे हैं चार परमाणु ऊर्जा संयंत्र

यह आत्मनिर्भर भारत की सच्ची भावना को दर्शाता है। रूसी सहायता से तमिलनाडु के कुडनकुलम में 1,000 मेगावाट के चार परमाणु ऊर्जा संयंत्र बनाए जा रहे हैं। चार 700 मेगावाट घरेलू निर्मित पीएचडब्ल्यूआर राजस्थान के रावतभाटा (आरएपीएस-7 और 8) और हरियाणा के गोरखपुर (जीएचएवीपी-1 और 2) में बनाए जा रहे हैं।

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