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देशभर में इंडिगो संकट! 200 फ्लाइटें रद्द होने से अफरातफरी, क्यों लिया बड़ा फैसला?

Indigo Flight Cancellation Reason: इंडिगो एयरलाइंस की 200 से अधिक उड़ानें मंगलवार और बुधवार को प्रभावित हुईं. दिल्ली में 38 फ्लाइटें रद्द की गईं और OTP सिर्फ 35% रही. नए FDTL नियमों से क्रू की भारी कमी, सिस्टम स्लोडाउन और बढ़े कंजेशन के कारण पूरे देश के एयरपोर्ट पर अफरातफरी मची रही. हालांकि अब कंपनी की ओर बयान जारी किया गया है. कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि अगले 48 घंटे में संचालन सामान्य करने के प्रयास जारी हैं.

Written By: Mohammad Nematullah
Last Updated: December 4, 2025 09:51:29 IST

Indigo Flight Cancellation Reason: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के लिए मंगलवार और बुधवार को फ़्लाइट ट्रैफ़िक बहुत खराब रहा है. फ़्लाइट में रुकावट आई जिससे लाखों यात्रियों को परेशानी हुई. मंगलवार को एयरलाइन का पंक्चुएलिटी रेट (OTP) गिरकर सिर्फ़ 35% रह गया है. जिसका मतलब है कि उसकी 2,200 से ज़्यादा रोज़ाना की फ़्लाइट्स में से लगभग 1,400 में देरी हुई है. बुधवार को हालात और बिगड़ गए है. जिससे दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बड़े एयरपोर्ट पर 200 से ज़्यादा फ़्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी है. कंपनी ने एक बयान जारी कर हालात साफ किया है.

यात्रियों ने सोशल मीडिया पर लंबी लाइनों, घंटों की देरी और अचानक फ़्लाइट कैंसिल होने की शिकायतें शेयर की है. कई यात्रियों ने बताया कि एयरपोर्ट पहुंचने से ठीक पहले उन्हें फ़्लाइट अपडेट मिले है. जिससे उनके प्लान पूरी तरह से बिगड़ गए है. दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर हालात बहुत खराब थे, जहां सिर्फ़ एक दिन में 38 फ़्लाइट्स कैंसिल हो गई है.

ऐसा क्यों हुआ?

इंडिगो के शुरुआती बयान में देरी के कई कारण बताए गए है. बयान में मौसम, भीड़, टेक्निकल दिक्कतों और सर्दियों में बढ़ी भीड़ को ज़िम्मेदार ठहराया गया है. लेकिन असली वजह इससे कहीं ज़्यादा गंभीर थी. नए लागू हुए FDTL (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन) नियमों की वजह से क्रू की भारी कमी हो गई थी.

FDTL क्या है और इसकी वजह से यह मुश्किल क्यों हुई?

DGCA ने क्रू को थकान से बचाने के लिए बेहतर आराम देने के लिए नियम लागू किए है. इन नियमों के तहत,

  • हर दिन 8 घंटे,
  • हर हफ़्ते 35 घंटे,
  • हर महीने 125 घंटे,
  • हर साल 1,000 घंटे से ज़्यादा

उड़ान नहीं भरी जा सकती और हर 24 घंटे में कम से कम 10 घंटे का जरूरी आराम जरूरी है.

इंडिगो ने कहा कि 2,200+ फ़्लाइट्स के इतने बड़े नेटवर्क को रातों-रात इन नए नियमों के हिसाब से एडजस्ट करना मुश्किल था. इसकी वजह से क्रू की कमी हो गई.

हालात कैसे बिगड़े?

1. हज़ारों यात्रियों पर सीधा असर

कुछ जगहों पर फ़्लाइट में 8 घंटे तक की देरी हुई। कई फ़्लाइट्स आखिरी समय में कैंसिल कर दी गईं।

2. क्रू मैनेजमेंट पर बहुत बुरा असर पड़ा

नए रोस्टरिंग सिस्टम की वजह से दर्जनों फ़्लाइट्स के लिए पायलट और केबिन क्रू मौजूद नहीं थे. जिससे एयरक्राफ्ट ग्राउंडेड हो गए.

3. सिस्टम स्लो होने से समस्या और बढ़ गई

दिल्ली में चेक-इन और बोर्डिंग के लिए इस्तेमाल होने वाला एमेडियस सिस्टम धीमा होने लगा, जिससे प्रोसेस और धीमा हो गया है.

4. रिपल इफ़ेक्ट

एक्सपर्ट्स का कहना है कि इतनी बड़ी देरी का असर सिर्फ़ एक दिन तक नहीं रहता; यह अगले 24-48 घंटों तक पूरे नेटवर्क पर असर डालता है.

क्या हुआ एयरपोर्ट पर क्या हालात थे?

दिल्ली एयरपोर्ट:

  • आधी रात से 38 फ़्लाइट्स कैंसिल
  • लंबी लाइनें धीमा चेक-इन
  • पैसेंजर्स में भारी गुस्सा

हैदराबाद एयरपोर्ट:

  • सुबह से भीड़
  • 33 फ़्लाइट्स कैंसिल
  • कई पैसेंजर्स ने मीटिंग्स और कनेक्टिंग फ़्लाइट्स छूटने की शिकायत की है.

बेंगलुरु एयरपोर्ट:

कुल 42 फ़्लाइट्स कैंसिल,  22 आने वाली, 20 जाने वाली है.

कई शहरों से सर्विस में रुकावट.

पैसेंजर्स को क्या मिलेगा?

इंडिगो ने कहा कि..

  • जिन पैसेंजर्स पर असर पड़ेगा, उन्हें दूसरी फ़्लाइट दी जाएगी.
  • या पूरा रिफ़ंड.
  • और पैसेंजर्स को सलाह दी जाती है कि वे एयरपोर्ट जाने से पहले अपनी फ़्लाइट का स्टेटस चेक कर लें.

फ़्लाइट का स्टेटस चेक करने के लिए ऑफ़िशियल लिंक.

www.goindigo.in/check-flight-status.html

यह संकट इतना बड़ा क्यों है?

भारत में 60% से ज़्यादा डोमेस्टिक एयर ट्रैवल इंडिगो से होता है. जब इतनी बड़ी एयरलाइन की 200 फ़्लाइट्स पर असर पड़ता है, तो इसका असर दूसरी सभी एयरलाइन्स, एयरपोर्ट्स और पैसेंजर्स पर पड़ता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह भारत की एविएशन इंडस्ट्री के लिए एक स्ट्रेस टेस्ट है. इसने एक साथ स्टाफ़िंग, टेक्नोलॉजी और रोस्टरिंग सिस्टम में कमियों को सामने लाया है.

इंडिगो ऑपरेशन्स और DGCA एक्शन पर नया ऑफ़िशियल डेटा

इंडिगो फ़्लाइट्स में देरी और कैंसलेशन के बारे में अब ऑफ़िशियल डेटा सामने आया है. एयरलाइन के मुताबिक हाल के दिनों में कुल 1,232 फ़्लाइट कैंसिल हुईं, जिनमें से 755 क्रू और FDTL रेगुलेशन की दिक्कतों की वजह से, 92 ATC सिस्टम में खराबी की वजह से 258 एयरपोर्ट या एयरस्पेस की पाबंदियों की वजह से और 127 दूसरी वजहों से हुई है. पंक्चुएलिटी रेट (OTP) भी अक्टूबर में 84.1% से घटकर नवंबर में 67.70% हो गया है. देरी की वजहों में ATC की दिक्कतें (16%), क्रू की दिक्कतें (6%), एयरपोर्ट की सुविधाएं (3%), और दूसरी वजहें (8%) शामिल थी. DGCA ने इंडिगो को अपने हेडक्वार्टर में बुलाकर डिटेल्ड रिपोर्ट मांगी है, और उसे नए FDTL रेगुलेशन को बेहतर तरीके से लागू करने का निर्देश दिया है. एयरलाइन ने क्रू रोस्टरिंग ATC-एयरपोर्ट कोऑर्डिनेशन और टर्नअराउंड प्रोसेस को अपग्रेड करने का प्लान बताया है. उसने यात्रियों से परेशानी के लिए माफ़ी भी मांगी और उन्हें अपनी फ़्लाइट का स्टेटस चेक करने की सलाह दी है.

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