इंडिया न्यूज:
हर साल आज यानी 1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस (लेबर-डे) मनाया जाता है। आज का दिन मजदूरों की उपलब्धियों को और देश के विकास में उनके योगदान को सलाम करने का है। ये दिन दुनिया के मजदूरों और श्रमिक वर्ग को समर्पित है। कहते हैं मजदूर दिवस मजदूरों के सम्मान, उनकी एकता और उनके हक के समर्थन में मनाया जाता है। कई ऐसे देश भी हैं, जहां पर इस दिन अवकाश रखा जाता है। तो चलिए जानते हैं क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस। इस दिन की शुरुआत कब और कैसे हुई।
भारत में लेबर डे को अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस, मई दिवस, कामगार दिन, इंटरनेशनल वर्कर डे, वर्कर डे भी कहा जाता है। वहीं 1 मई को ही महाराष्ट्र और गुजरात का स्थापना दिवस भी मनाया जाता है। भारत की आजादी के समय यह दोनों राज्य बॉम्बे प्रदेश का हिस्सा थे। महाराष्ट्र में इस दिन को महाराष्ट्र दिवस, जबकि गुजरात में इसे गुजरात दिवस के नाम से भी जाना जाता है।
भारत में मजदूर दिवस की शुरूआत चेन्नई में 1 मई 1923 में हुई। भारत में लेबर किसान पार्टी आॅफ हिन्दुस्तान ने 1 मई 1923 को मद्रास में इसकी शुरूआत की थी। यही वह मौका था जब पहली बार लाल रंग झंडा मजदूर दिवस के प्रतीक के तौर पर इस्तेमाल किया गया था। यह भारत में मजदूर आंदोलन की एक शुरुआत थी जिसका नेतृत्व वामपंथी व सोशलिस्ट पार्टियां कर रही थीं। दुनियाभर में मजदूर संगठित होकर अपने साथ हो रहे अत्याचारों व शोषण के खिलाफ आवाज उठा रहे थे।
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
यह भी पढ़ें: आईटीवी नेटवर्क ने शुरू किया न्यूज़ ब्रॉडकास्ट मीडिया इंस्टिट्यूट, जानिए कौन कौन से कोर्स हैं उपलब्ध
Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.