संबंधित खबरें
पहले फाड़े कपड़े, तोड़ दिए दांत और आंखे, फिर मार-मार कर किया अधमरा, महिला के साथ बदमाशों ने की सारे हदें पार
CM Yogi का बड़ा तोहफा, Vikrant Massey की The Sabarmati Report को किया टैक्स फ्री
समुद्र में चल रहा था भारतीय नौसेना का युद्ध अभ्यास, नाविकों ने बिना अनुमति किया ये काम, फिर मिली ऐसा सजा…नहीं भूल पाएंगी सात पुश्तें
'सपा के गुंडों ने किया बेटी का रेप…फिर मार डाला', रुला देगा पिता का र्ददनाक बयान, 'फूल' को वोट देने की कही थी बात
एग्जिट पोल के बाद Mahayuti में कुछ बड़ा होने वाला है, इन दो दिग्गजों ने बनाया ऐसा प्लान, हो गया लीक?
भारत के जिस राज्य में बसते हैं भोलेनाथ…वहां तबाह हो गईं 18 मशहूर जगहें, कर्ज में डूबी सरकार ने किस मजबूरी में उठाया ये कदम?
India News (इंडिया न्यूज),Delhi AAP Government: दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के बीच विवाद अक्सर विवाद बना रहता है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के साथ ही उपराज्यपाल से किसी न किसी मुद्दे पर खींचतान चल रही है। अब दिल्ली के उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार के बीच एक और विवाद खड़ा हो गया है, दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का शपथ ग्रहण समारोह रविवार को यानी आज है। लेकिन सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट मंत्रियों को दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण नहीं मिला है।
अभी तक तो हर बार सभी कैबिनेट मंत्रियों को आमंत्रित किया जाता था। इस बार सिर्फ मुख्यमंत्री को ही शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का एलजी हाउस से निमंत्रण मिला है। इस पर आम आदमी पार्टी ने आपत्ति जताई है। आम आदमी पार्टी ने इसका विरोध किया है।
बता दें कि, इससे पहले दिल्ली नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी की छठी सीट के लिए वोटिंग को लेकर उपराज्यपाल और आम आदमी पार्टी के बीच विवाद खड़ा हो गया था। दिल्ली नगर निगम की मेयर शेली ओबेरॉय द्वारा दिल्ली नगर निगम की कार्यवाही 5 अक्टूबर तक स्थगित करने के बावजूद उपराज्यपाल ने रात में चुनाव कराने का आदेश दिया था। हालांकि, आप के विरोध के बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया था। लेकिन अगले दिन चुनाव हुए और आप और कांग्रेस ने इसका बहिष्कार किया। आप ने उपराज्यपाल पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया था।
लेबनान को मिटाना तो एक बहाना है, नेतन्याहू का मकसद ‘ग्रेटर इजरायल’, ये देश हैं इसमे शामिल
जानकारी के लिए बता दें कि, वीके सक्सेना ने पिछले साल मई में उपराज्यपाल का कार्यभार संभाला था। आप सरकार ने सक्सेना पर दिल्ली सरकार के रोजमर्रा के कामों में दखल देने का आरोप बार-बार लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने एक बार यहां तक आरोप लगाया था कि उपराज्यपाल ने उनकी सरकार को दरकिनार करते हुए “लगभग हर” विषय पर मुख्य सचिव को आदेश जारी किए। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था।
LG और आप सरकार के बीच विवाद उस समय चरम पर पहुंच गया था, जब LG ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के निर्माण और क्रियान्वयन में अनियमितताओं की जांच CBI से कराने की सिफारिश की थी, जिसके चलते पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और बाद में केजरीवाल समेत कई आप नेताओं को गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल मनीष सिसोदिया और केजरीवाल दोनों ही जमानत पर हैं। जेल से रिहा होने के बाद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया और फिलहाल आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री बन गई हैं, लेकिन विवाद अभी भी जारी है।
लेबनान को मिटाना तो एक बहाना है, नेतन्याहू का मकसद ‘ग्रेटर इजरायल’, ये देश हैं इसमे शामिल
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.