India News (इंडिया न्यूज), ISRO:भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अपने गगनयान मिशन को सफल बनाने में पूरी ताकत से साथ लगा है। पृथ्वी से करीब 400 किलोमीटर दूर मनव को स्पेस में ले जाने वाला भारत का ये पहला मिशन होने वाले है। वहीं बुधवार को इसरो ने इस मिशन यूज होने वाले CE20 क्रायोजेनिक इंजन का सफलता पूर्ण परिक्षण किया। वहीं, आज यानि गुरुवार को इसमें और एक कदम आगे बढ़ते हुए इसरो ने मिशन के यूज होने वाले चारों इंजन को टेस्टिंग में पास कर दिया है। ये जानकारी इसरो ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स में दी।
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क्या है गगनयान मिशन ?
बता दें कि इसरो का गगनयान मिशन मानव को अंतरिक्ष भेजने के लिए भारत का खास मिशन है। इस मिशन के साथ भारत स्पेस साइंस में अपनी योग्यता को पूरी दुनिया के सामने प्रदर्शित करने में कामियाब होगा। इससे बढ़कर ये मिशन भारत के लिए आने वाले समय में अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन के दरवाजें खोलेगा।
इसरो के अनुसार, इस मिशन के तहत 3 लोगों की टीम को 3 दिन के लिए अंतरिक्ष में 400 किमी की कक्षा में पहले लॉन्च किया जाएगा, फिर उसे समुद्र में उतारकर उनको पृथ्वी पर सुरक्षित वापस लाकर मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता को प्रदर्शन करने की कल्पना की गई है।
इसरो ने दी जानकरी
गुरुवार को इस मिशन के बारे में अपडेट देते हुए ISRO ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- सभी चार नियोजित लिक्विड अपोजी मोटर (एलएएम) की फायरिंग पूरी हो गई हैं। अंतरिक्ष यान अब धरातल कक्षा में है। इसके 28 फरवरी, 2024 तक इन ऑर्बिट टेस्टिंग (आईओटी) स्थान पर पहुंचने की उम्मीद है।
बता दें कि इसरो ने साल 2024 के अंत तक गगन यान मिशन को लेकर सभी परिक्षण पूरे करने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही प्लान है कि अगले साल तक 2025 तक मानव को स्पेस में भेजने वाले इस मिशन को इसरो सफलता पूर्ण पूरा करेगा।
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