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India News (इंडिया न्यूज), Jawaharlal Nehru Birth Anniversary: भारत के प्रधानमंत्री तक आज के समय में पहुंचने से पहले आपको कई सुरक्षा घेरों को पार करना पड़ता है। दरअसल, बिना सुरक्षा अनुमति के कोई भी देश के पीएम के आस-पास भी नहीं भटक सकता। हालांकि, एक समय था जब एक महिला ने देश के पीएम का कॉलर पकड़ लिया था। उस दौर में भारत के प्रधानमंत्री ने उसे कोई सजा नहीं दिलवाई थी। ऐसा हो सकता है कि अगर वो मौजूदा समय में हुआ होता तो उस महिला को देशद्रोह के आरोप में जेल भेज दिया जाता या सत्ता दल के समर्थकों के द्वारा उसे देशद्रोही समेत कई कथित टैग दे दिए जाते। आइए जानते हैं कौन है वो प्रधानमंत्री;-
दरअसल, हम जिस प्रधानमंत्री की बात कर रहे हैं उनका नाम जवाहरलाल नेहरू था, जो आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। देश के पहले पीएम का जन्मदिन 14 नवंबर को होता है। जवाहरलाल नेहरू को बच्चे बहुत पसंद थे, इसीलिए उन्हें चाचा नेहरू भी कहा जाता है। इसके अलावा प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन पर पूरे देश में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। हालांकि आज हम इस बारे में नहीं बल्कि उस घटना के बारे में बात करेंगे जब संसद परिसर में देश के प्रधानमंत्री का कॉलर एक महिला ने पकड़ लिया था।
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बता दें कि, भारत अंग्रेजों से आजाद हो चुका था और जवाहरलाल नेहरू देश के प्रधानमंत्री बने थे। उन दिनों जवाहरलाल नेहरू और राममनोहर लोहिया के बीच रिश्ते थोड़े कड़वे थे। हालांकि, यह कड़वाहट नेहरू की तरफ से कम और राममनोहर लोहिया की तरफ से अधिक थी। 1963 में उत्तर प्रदेश की फर्रुखाबाद लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में जीत हासिल कर लोहिया पहली बार लोकसभा पहुंचे। यहीं से उन्होंने नेहरू पर कई कड़वी टिप्पणियां कीं। दरअसल, बस्तर गैंगरेप का मामला हो या अक्साई चीन का मामला, लोहिया ने हर मोर्चे पर नेहरू को घेरा। ऐसे ही एक दिन जब जवाहरलाल नेहरू संसद पहुंचे तो वहां मौजूद एक बूढ़ी महिला ने उनका कॉलर पकड़ लिया।
उन्होंने कहा कि भारत आजाद हो गया है, आप देश के प्रधानमंत्री बन गए हैं, मुझे, बूढ़ी महिला को क्या मिला? कहा जाता है कि बूढ़ी महिला ने ऐसा राममनोहर लोहिया के कहने पर किया था। वहीं जब बूढ़ी महिला ने प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से यह बात कही तो पीएम नेहरू का जवाब था कि तुम्हें बस यही मिला है कि तुम देश के प्रधानमंत्री का कॉलर पकड़कर खड़ी हो। एक पीएम के लिए ऐसी घटना पर इतनी विनम्रता से जवाब देना बड़ी बात थी। इस मामले की चर्चा पूरे देश में हुई।
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