India News (इंडिया न्यूज), Jharkhand News : झारखंड में डेंगू, मलेरिया,चिकनगुनिया, वायरल के बाद अब डायरिया लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। एक ओर सरकार जहां समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की बात कर रही है। वहीं झारखंड की जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
सैकड़ों गांव ऐसे जो स्वास्थ्य सुविधाओं से कोसों दूर
आज भी सैकड़ों गांव ऐसे हैं जो स्वास्थ्य सुविधाओं से कोसों दूर है। ताजा मामला है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट प्रखंड के कुसमा संथाली पंचायत के मेटर गांव की। जहां पिछले कुछ दिनों से डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है, और इस बीमारी से आदिम जनजाति के तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
जिसमें मृतक बोबे मैसा पहाड़िया के परिवार के 20 वर्षीय चंदा पहाड़िया,11 वर्षीय मंगले पहाड़िया,8 वर्षीय छोटा सुरेश पहाड़िया है। वही दर्जनों लोग इस बीमारी से पीड़ित है ।
विलुप्त हो रही आदिम जाति
झारखंड के संताल परगना के पहाड़िया आदिम जनजाति की सूची में गिने जाते है। ये जनजाति पहाड़ो पर निवास करती है। जो भारत की प्राचीन और विलुप्त हो रही आदिम जाति है। सरकार इस जाति को बचाने और उसे आत्मनिर्भर बनाने के लिए अलग-अलग योजना के माध्यम से हर साल करोड़ो रूपये खर्च करती है।
1941 की जनगणना के अनुसार माल पहाड़िया की कुल आबादी 40,148 थी जो 2011 में 1,35,797 हो गयी है। जबकि सौरिया पहाड़िया जो पश्चिम बंगाल में अब संभावित नगण्य है। झारखंड में इनकी आबादी लगभग सिर्फ 45,000 ही है।
साहिबगंज जिले में डायरिया का प्रकोप
साहिबगंज जिले के पहाड़िया बस्ती में इन दिनों डायरिया का प्रकोप बुरी तरह फैला हुआ है। बरहेट प्रखंड के बाद अब ताजा मामला मंडरो प्रखंड के मोतीझील गाँव का है। जहां डायरिया के चपेट में दर्जनों लोग आ गए है । डायरिया में हो रही मौत के बाद अब जाकर प्रशासन की आंख खुली है। इन गांवों में मेडिकल टीम अब पहुंच रही है।
स्वास्थ्य शिविर लगा कर सभी डायरिया से पीड़ित रोगियों का ईलाज किया जा रहा है। डायरिया मरीजों को कम से कम एक सप्ताह तक चिकित्सक के निगरानी करने का निर्देश भी दिए गए हैं।
ताज़ा और गर्म भोजन, साफ पानी का इंतजाम
साथ -साथ ही बेहद गरीब इन पहाड़ियों को ताज़ा और गर्म भोजन, साफ पानी मुहैया कराया जा रहा है। साथ ही पीड़ित लोगों को ORS के घोल,मच्छरदानी दिए जाने का निर्देश दिया गया है। गांव के सहिया साथी के मुताबिक पिछले दिनों से हो रही बारिश में गांव के लोग ने छोटी मछली पकड़ कर खाए। जिस कारण गांव में डायरिया फैला है।
यह भी पढ़े:-
- 80 के दशक के बाद भारत और तंजानिया के रिश्ते पर बातें, राष्ट्रपति सामिया सुलुहु का भारत आना कैसे है संकेत जानिए
- सीएम योगी का बेबाक अंदाज, सिंध प्रांत को लेकर कही बड़ी ये बातें