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India News (इंडिया न्यूज), Kangana Ranaut on Farmers Protest: कंगना अपने बड़बोलेपन की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहती है। जब वो राजनीति में नहीं आई थी। तब भी अनाप शनाप बयान देती थी। किसान आंदोलन और CAA-NRC के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान उनके द्वारा दिए गए बयानों की वजह से उन्हें काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी। अब उनके एक बयान की फिर से चर्चा हो रही है। दरअसल एक इंटरव्यू के दौरान कंगना ने कहा कि, “अगर हमारा केंद्रीय नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो पंजाब की भी बांग्लादेश जैसी स्थिति हो सकती थी। इस पर पंजाब के भाजपा नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा, “ये कंगना का निजी बयान है। किसानों पर बोलना कंगना का विभाग नहीं है। पीएम मोदी और भाजपा किसान हितैषी है। कंगना को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए। उन्हें ऐसे बयानों से दूरी बनाए रखनी चाहिए। रिपोर्ट्स के अनुसार, भाजपा नेताओं ने कंगना के इस बयान को लेकर शीर्ष नेतृत्व से शिकायत भी की है।
विपक्षी नेताओं ने कंगना के इस बयान को लेकर जबरदस्त विरोध जताया है। पंजाब के कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राज कुमार वेरका ने कंगना के खिलाफ FIR दर्ज करने और NSA के तहत कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से अपील करते हुए कहा है कि कंगना ने किसानों और पंजाब को बदनाम किया है। उन्हें डिब्रूगढ़ जेल भेज देना चाहिए। वेरका ने कहा कि कंगना आए दिन पंजाब के नेताओं और किसानों पर सवाल उठाती हैं। उनके खिलाफ एक्शन लेने की सख्त जरुरत है।
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एक इंटरव्यू के दौरान कंगना ने कहा कि अगर हमारा केंद्रीय नेतृत्व कमजोर होता तो पंजाब का हाल भी बांग्लादेश की तरह हो जाता। सभी ने देखा कि किसान आंदोलन के दौरान क्या-क्या हुआ। प्रदर्शन के नाम पर हिंसा फैलाई गई। वहां रेप हो रहे थे। लोगों को मारकर लटकाया जा रहा था। केंद्र सरकार के द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि जब कानून वापस लिया गया तो सभी उपद्रवी चौंक गए, क्योंकि उन्होंने काफी लंबी प्लानिंग की थी।
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