इंडिया न्यूज, करनाल। करनाल पुलिस द्वारा पकड़े आंतकवादियों से गहनता से पूछताछ के बाद बड़े-बड़े मामलों का खुलासा हो रहा हैं, पुलिस की माने तो अम्बाला के बलदेव नगर थाना के अंतर्गत आने वाले एरिया में विस्फोटक सामग्री, हेड ग्रेनेड रखने में गिरफ्तार आंतकवादियों का हाथ था। जांच का दायरा बढ़ाते हुए पुलिस पकड़े गए आंतकवादियों को पंजाब के चमकौर साहिब व हरियाणा के कई जगहों पर ले जाया गया ताकि आंतकवादियों के साथियों को गिरफ्तार किया जा सकें।
वहीं पंजाब पुलिस ने इसी मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर पांच दिन का रिमांड हासिल किया है ताकि अन्य वारदातों की गुत्थी सुलझाई जा सके। हाइप्रोफाइल मामले को देखते हुए महाराष्ट्र, पंजाब, तेलंगाना, हरियाणा पुलिस की टीमें आपसी तालमेल कर मामले की जांच कर रही हैं। सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा हैं ताकि हर पहलू की गहनता के साथ जांच हो सके।
एसपी ने बताया कि पंजाब पुलिस ने आकाशदीप व जश्र को गिरफ्तार कर रिमांड हासिल किया हैं, इस मामले में आकाशदीप भी जुड़ा हुआ हैं, करनाल पुलिस भी आरोपी आकाशदीप को प्रोडेक्शन वारंट पर लेंगी साथ ही अम्बाला पुलिस को सूचना दे दी है कि वो गुरप्रीत व अमनदीप को प्रोडेक्शन पर ले सकती हैं।
उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा एजेंसियों को सहयोग दिया जा रहा हैं। एसपी ने बताया कि जिन खेतों में विस्फोटक भेजी गई हैं, उसमें पंजाब पुलिस ने जश्र व आकाशदीप को फिरोजपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर रिमांड हासिल किया हैं।
पुलिस पकड़ी गई इनोवा गाड़ी के मालिक से पूछताछ करेंगी ताकि पता लगाया जा सके कि उसने गाड़ी किसको बेची थी। उसके बाद जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा पुलिस आंतकवादियों के बैंक खातों के अलावा वित्तीय लेन-देन की छानबीन में जुटी है कि आरोपियों को फडिंग कहां से हो रही थी। कौन लोग उन्हें फाईनेसियल मदद कर रहे थे।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तारी गुरप्रीत व परमिंद्र डकैती के केस में जेल में था, जहां पर राजबीर भी जेल में था। राजबीर के साथ गुरप्रीत की जान पहचान हुई। राजबीर ने ही गुरप्रीत का पाकिस्तान में बैठे आंतकवादी हरविंद्र रिंदा से कराया था। उन्होंने बताया कि करीब 9 माह से गुरप्रीत सिंह हरविंद्र रिंदा के संपर्क में था। पुलिस जानने का प्रयास कर रही है कि किन-किन लोगों से हरविंद्र व गुरप्रीत का संपर्क रहा हैं।
गुरप्रीत सिंह गांव विंजो जिला फिरोजपुर पंजाब का रहने वाला है। गुरप्रीत सिंह के आपराधिक वारदातों में संलिप्त होने के कारण परिजनों ने उसे बेदखल कर दिया था। इसके बाद करीब 10 साल पहले गांव छोड़ कर लुधियाना में रहने लगा।
गुरप्रीत पर चोरी, लूट आदि के 6 मामले दर्ज हैं और वह पुलिस का भगोड़ा अपराधी है। गुरप्रीत की छवि के कारण लोग उसे बदमाश के रूप में पहचान जानते हैं। गुरप्रीत सिंह के खालिस्तानी विचारधारा के लोगों से भी संपर्क रहे हैं।
28 वर्षीय अमनदीप भी गांव विंजो जिला फिरोजपुर पंजाब का रहने वाला है। वह गुरप्रीत का छोटा भाई है। अमनदीप टैक्सी ड्राइविंग करके परिवार का गुजारा कर रहा था। अमनदीप सिंह की पत्नी नवप्रीत कौर प्राइवेट अस्पताल में नौकरी करके परिवार को आर्थिक सहयोग दे रही है।
अमनदीप दो दिन पूर्व गांव में ही था। भाई के कहने पर पैसों के लालच में आकर टैक्सी चलाने वाले अमनदीप ने अपराध की दुनिया में कदम रखा था। उस पर एक भी केस दर्ज नहीं है, लेकिन दिल्ली नंबर की इनोवा गाड़ी अमनदीप ही लेकर आया था।
फिरोजपुर जिले के गांव मखू निवासी 35 वर्षीय परमिंदर सिंह खराद का काम करता था। करीब एक साल पहले परमिंदर का पूरा परिवार मखू से लुधियाना में शि ट हो गया। लुधियाना जाने के बाद आपराधिक किस्म के लोगों से उसका संपर्क हो गया। वह अच्छे काम की लालसा में परिवार सहित लुधियाना शि ट हुआ था, लेकिन अपराधी बन गया। परमिंदर सिंह पर 3 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
भूपिंदर सिंह लुधियाना के अमलतास कॉलोनी कर निवासी है। 12वीं की पढ़ाई के बाद भूपिंदर एक फैक्टरी में नौकरी करता है। मंगलवार को भूपिंदर ने अपने माता-पिता से कहा था कि वह दोस्तों के साथ हजूर साहिब माथा टेकने जा रहा है। बुधवार सुबह 6 बजे वह घर से निकला। भूपिंदर के पिता एक अधिकारी की गाड़ी चलाते हैं। परिवार में मां और छोटी बहन है।
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