India News(इंडिया न्यूज),Karnataka: कर्नाटक में हिजाब पर लगे प्रतिबंध को लेकर कर्नाटक सरकार का बड़ा फैसला सामने आया है। जहां अब कर्नाटक में हिजाब से प्रतिबंध को हटा दिया गया है। जिसके जानकारी के लिए बता दें कि, कर्नाटक सरकार ने शुक्रवार को कहा कि वह शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध वापस ले लेगी जो पिछले भाजपा शासन के तहत लगाया गया था।
“हिजाब की हुई रिएंट्री”
जानकारी के लिए बता दें कि, सीएम सिद्धारमैया ने हिजाब से प्रतिबंध को हटाने के फैसले के बाद मैसूर में एक सभा के दौरान कहा कि, महिलाएं हिजाब पहन सकती हैं और कहीं भी जा सकती हैं… आप कैसे कपड़े पहनती हैं और क्या खाती हैं यह आपकी पसंद है। मैं आपको क्यों रोकूं?” इसके साथ ही सीएम ने बीजेपी सरकार पर भी जमकर निशाना साधा और उस पर लोगों को पहनावे, पहनावे और जाति के आधार पर बांटने का आरोप लगाया।
कर्नाटक सरकार का संकेत
कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता में आने के साथ ही संकेत दिया था कि वह इस साल मई में सत्ता में आने के बाद इस आदेश को वापस ले लेगी। जानकारी के लिए बता दें कि, कर्नाटक में हिजाब विवाद तब भड़का था जब उडुपी के गवर्नमेंट प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज फॉर गर्ल्स में छह छात्रों ने दिसंबर 2021 में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था, जिन्हें हिजाब पहनकर अपनी कक्षाओं में प्रवेश करने की अनुमति नहीं थी।
पूरे राज्य में फैला विरोध
वहीं हिजाब मामला देखते ही देखते विरोध पूरे राज्य में फैल गया, जिससे तटीय और मलनाड जिलों में शैक्षिक परिसरों में अशांति फैल गई। पिछली भाजपा सरकार ने राज्य के स्कूलों और प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेजों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने वाला एक परिपत्र जारी किया था। मामला कर्नाटक HC तक पहुंचा, जिसने राज्य सरकार के फैसले को बरकरार रखा। बाद में यह मामला सुप्रीम कोर्ट में उठाया गया जहां दो जजों की बेंच ने खंडित फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट ने तब कहा कि वह इस मामले पर फैसला करने के लिए तीन न्यायाधीशों की पीठ गठित करने पर विचार करेगा।
ये भी पढ़े
- Ram Mandir Inauguration: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को लेकर सियासत गर्म, जानें किस बात का बवाल
- Gen X & Millennium Change Makers Forum 2023: इंडिया न्यूज के मंच पर नन्हें सम्राटों का जमावड़ा
- Crime: यूनिवर्सिटी में छात्र ने बहाई खून की नदियां..सबसे पहले किया था अपने बाप का कत्ल!