संबंधित खबरें
कौन हैं गौतम अडानी की होने वाली बहू? क्यों किया जा रहा इंटरनेट पर इतना सर्च?
गोवा में घूमने का बना रहे हैं प्लान, हो जाएं सावधान, खाली हो सकती है तिजोरी
Muslim Population In India: भारत का एकलौता राज्य जहां 100 में 97 मुसलमान, लेकिन फिर भी इस प्रदेश में नहीं है कोई इस्लाम का नाम लेने वाला तक!
बेटे ने हनीमून पर ऐसा क्या किया कि घर वालों को आ गई पुलिस की फोन, सुन दंग रह गए लोग, पड़ोसी ने खोली सारी पोल
Parade of Planets: इन तारीखों को रात के अंधेरे में देखें आसमान, मिलेगा स्वर्ग का सीधा नजारा, 6 ग्रह मिलकर करेंगे ऐसा कारनामा
775 करोड़ की मालकिन, पीठ पर झोला डालकर पहुंची कुंभ, Viral Video देख हैरानी में पड़ गए लोग
India News (इंडिया न्यूज), Kolkata Doctors Protest: आरजी कर कॉलेज और हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में डॉक्टरों की हड़ताल फिर से शुरू हो सकती है। इस हड़ताल खत्म करने के करीब 10 दिन बाद डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के आह्वान पर रविवार रात (29 सितंबर 2024) पूरे राज्य में मशाल जुलूस निकाला। इस जुलूस में राज्य के लगभग सभी मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टर शामिल हुए। जूनियर डॉक्टरों ने सोमवार (30 सितंबर) को सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर मामले की सुनवाई के बाद फिर से हड़ताल पर जाने की चेतावनी भी दी है। बता दें कि काफी मशकत के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी थी।
बता दें कि, डॉक्टरों के जुलूस के दौरान आरजी कर कॉलेज एंड हॉस्पिटल की डॉ. श्रेया शॉ ने कहा कि हमारी मांगें शुरू से ही एक जैसी रही हैं। हमारी पांच मांगें हैं, जो अभी तक पूरी नहीं हुई हैं। हमने यह सोचकर अपनी ड्यूटी शुरू की कि हमारे मरीजों को हमारी जरूरत है। लेकिन इसी दौरान सागर दत्ता मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भी ऐसी ही घटना घटी। सीएम और सरकार के साथ हमारी सारी मीटिंग बेकार गईं। डॉ शॉ ने आगे कहा कि हम बस इतना कहना चाहते हैं कि सुरक्षा नहीं तो ड्यूटी नहीं। हम सुप्रीम कोर्ट की हर सुनवाई पर नजर रख रहे हैं और हमें दबाव बनाए रखना है। हमें पूरा भरोसा है कि सीजेआई ऐसा फैसला देंगे जिससे हमें न्याय मिलेगा। हमें जल्द से जल्द न्याय चाहिए, क्योंकि न्याय में देरी का मतलब है न्याय न मिलना।
इस मुस्लिम संगठन को खत्म करेगा इजरायल, नेतन्याहू की सेना की कदम से कांप उठा मिडिल-ईस्ट
आरजी कर कॉलेज एवं अस्पताल के एक अन्य जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो कहते हैं कि हमारा आंदोलन अब तक केवल एक ही एजेंडे पर केंद्रित रहा है, और वह है अभया को न्याय दिलाना। हम अस्पतालों में अपनी सुरक्षा को लेकर 10 दिन पहले मुख्य सचिव से मिले थे। लेकिन हमारी मांगों के अनुसार मुख्य सचिव द्वारा दिए गए निर्देशों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। सागर दत्ता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भी हमने ऐसी ही एक और घटना देखी। अगर कल सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में हमें कुछ सकारात्मक मिलता है, तो हम इस पर पुनर्विचार करेंगे। अन्यथा हम पूर्ण बंद का रास्ता अपनाएंगे। हम 2 अक्टूबर को एक बड़ी रैली करेंगे।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.