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इंडिया न्यूज, मोनरोविया:
Liberia Tullo Set Example Of Honesty पश्चिमी अफ्रीकी देश लाइबेरिया (West African country Liberia) के एक युवक ने गरीबी तबके का होने के बावजूद ईमानदारी की मिसाल पेश की है। दरअसल 19 वर्षीय इमैनुएल टुलो को सड़क पर 38 लाख रुपए मिले थे और आर्थिक तंगी से जूझने के बावजूद उसने ये रुपए उसके मालिक को सौंप दिए। टुलो चाहता तो वह इन रुपए से अपना जीवन बदल सकता था लेकिन इसके बजाय रुपए उसे अपनी चाची को दिए और कहा कि सरकारी रेडियो पर अगर इन रुपयों के लिए कोई अपील करे तो वह उसे दे देगा।
हालांकि लोगों ने उसकी इस ईमानदारी का मजाक भी उड़ाया। कुछ ने तो इतना तक कह दिया कि वह गरीबी में ही मरेगा, पर लोगों की बातों की उसने परवाह नहीं की और सच्चाई व ईमानदारी पर कायम रहा। तब तक उसे भी पता नहीं था कि उसकी ईमानदारी उसकी जिंदगी ही बदल देगी और वह दुनिया में चर्चित हो जाएगा। 38 लाख रुपए में से एक भी रुपया टुलो ने नहीं लिया लेकिन इस ईमानदारी ने दूसरी तरफ उसकी जिंदगी बदल दी। ईमानदारी के लिए इमैनुएल टुलो आज दुनिया भर के मीडिया जगत में चर्चा का विषय बना हुआ है।
लाइबेरिया के राष्ट्रपति जॉर्ज विया ने टुलो को उसकी ईमानदारी सम्मानित किया। उन्होंने उसे 8 लाख रुपए बतौर ईनाम दिए और इसी के साथ देश के सबसे प्रतिष्ठित स्कूल में टुलो को दाखिला भी दिलवाया। अपने से छह साल छोटे बच्चों के साथ अब टुलो पढ़ाई कर रहा है। इसके साथ ही अमेरिकी कॉलेज ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लि टुलो को एक फुल स्कॉलरशिप का आॅफर दिया है।
इमैनुएल टुलो उन बहुत से लाइबेरियन बच्चों में से एक है जिन्हें गरीबी के कारण स्कूल छोड़कर नौकरी करनी पड़ती है। उसने नौ साल की उम्र में अपने पिता की मौत के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। उसके बाद वह अपनी चाची के साथ रहता था। परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए उसने मोटरबाइक टैक्सी चलाने का काम शुरू किया था। अब अपनी ईमानदारी के कारण टुलो फिर से पढ़ाई कर पा रहा है। उसे सेकेंडरी स्कूल की पढ़ाई को पूरा करने में 6 साल लगेंगे। 25 साल की उम्र में वह ग्रेजुएट हो जाएगा। टुलो यूनिवर्सिटी में अकाउंटिंग की पढ़ाई करना चाहता है, जिससे वह देश की अर्थव्यवस्था को संभालने में योगदान दे सके।
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