होम / Lok Sabha Election 2024: इन सीटों पर अब भी सस्पेंस बरकरार, दोनों गठबंधनों ने नहीं उतारे अपने उम्मीदवार

Lok Sabha Election 2024: इन सीटों पर अब भी सस्पेंस बरकरार, दोनों गठबंधनों ने नहीं उतारे अपने उम्मीदवार

Shanu kumari • LAST UPDATED : April 4, 2024, 8:33 pm IST
ADVERTISEMENT
Lok Sabha Election 2024: इन सीटों पर अब भी सस्पेंस बरकरार, दोनों गठबंधनों ने नहीं उतारे अपने उम्मीदवार

Lok Sabha Election 2024

India News(इंडिया न्यूज), Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में महज कुछ दिनों का समय बचा है। सारी पार्टियां अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारने में जुटी है। एक ओर एनडीए गठबंधन तो दूसरी तरफ इंडिया अलायंस है। गठबंधन के अंदर सीट बंटवारे का मामला लगभग फाइनल हो चुका है। हालांकि अभी भी कुछ ऐसी वीआईपी सीटें हैं जिसपर पार्टियों द्वारा अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की गई है।

रायबरेली

उत्तरप्रदेश की वीआईपी सीट रायबरेली पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों ने अभी अपने उम्मीदवार को नहीं उतारा है। 2019 आम चुनाव में यह यूपी की एकमात्र सीट थी जिसपर कांग्रेस को जीत मिली थी। हालांकि, इस बार मौजूदा सांसद सोनिया गांधी मैदान में नहीं हैं और राज्यसभा चली गई हैं। 2004 के बाद इस सीट पहली बार कोई नया चेहरा आएगा। इस सीट पर प्रियंका गांधी और राहुल गांधी का नाम चर्चा में है। अभी तक न तो कांग्रेस और न ही बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं।

कैसरगंज

साल 2023 में काफी चर्चे में रहे कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की सीट कैसरगंज पर उम्मीदवारों को नहीं उतारा गया है। बृजभूषण उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट से मौजूदा सांसद हैं। भाजपा की ओर से इस सीट के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है। विपक्ष की ओर से यह सीट समाजवादी पार्टी को आवंटित की गई है, जिसने भी अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है।

इलाहाबाद

भाजपा और कांग्रेस ने अभी तक अपने उम्मीदवार का नाम घोषित किया है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि बीजेपी 2024 के चुनाव में नया चेहरा चुन सकती है। दूसरी ओर, कांग्रेस इस सीट से समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता रेवती रमण सिंह के बेटे को मैदान में उतार सकती है। सात बार विधायक और तीन बार सांसद रहे रेवती रमण सिंह मुलायम सिंह यादव के करीबी थे।

फूलपुर

हाई-प्रोफाइल फूलपुर लोकसभा सीट से पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, समाज सुधारक कांशी राम और ‘छोटे लोहिया’ जनेश्वर मिश्र उम्मीदवार बन चुके हैं। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी संसद में इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। हालाँकि, सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी इंडिया ब्लॉक दोनों ने अभी तक उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।

नासिक

नासिक एक और सीट है जहां सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और एमवीए दोनों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। 2019 के चुनाव में, शिवसेना के हेमंत गोडसे ने सीट जीती। बाद में वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले सेना गुट के साथ चले गये। सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में, भाजपा और राकांपा (अजित पवार) दोनों ने इस सीट के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। अगर एनसीपी को सीट मिलती है तो वह छगन भुजबल को मैदान में उतार सकती है।

मंडी

हिमाचल प्रदेश की चार लोकसभा सीटों में से एक मंडी उस समय सुर्खियों में आ गई जब भाजपा ने इस सीट से अभिनेत्री कंगना रनौत को मैदान में उतारा। वर्तमान में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह मंडी से सांसद हैं। पार्टी ने यह खुलासा नहीं किया है कि क्या वह प्रतिभा सिंह को फिर से नामांकित करेगी। जिन्होंने कथित तौर पर मंडी से चुनाव लड़ने में अपनी अनिच्छा व्यक्त की है।

प्रतिभा सिंह ने 2022 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद से कांग्रेस की स्थिति पर नाराजगी व्यक्त की है।

आनंदपुर साहिब

पंजाब में आनंदपुर साहिब एक और हाई-प्रोफाइल सीट है। जहां पार्टियों ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। पार्टी द्वारा अब तक जारी उम्मीदवारों की 11 सूचियों में इस सीट का नाम शामिल नहीं है। कांग्रेस पहले ही 228 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT