India News (इंडिया न्यूज़), Mahua Moitra Expelled: कैश-फॉर-क्वेरी विवाद मामले में तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा को निष्कासित कर दिया गया है। यह फैसला आचार समिति की रिपोर्ट के बाद लिया गया। जिसके बाद उन्होंने बीजेपी पर तीखा हमला किया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को चुनौती दी कि वह अगले 30 वर्षों तक संसद के अंदर और बाहर लड़ेंगी। साथ ही उन्होंने बीजेपी पर मुसलमानों और महिलाओं से नफरत करने का भी आरोप लगाया है।

भाजपा नेता के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं?

उन्होंने संसद से बाहर आते कहा कि “एक लॉगिन पोर्टल के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा? अडानी हमारे सभी बंदरगाह, हमारे सभी हवाई अड्डे खरीद रहे हैं… उनके शेयरधारक विदेशी निवेशक हैं और गृह मंत्रालय उन्हें हमारे सभी बुनियादी ढांचे को खरीदने की मंजूरी दे रहा है।” साथ ही उन्होंने बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ रमेश बिदुड़ी की आपत्तिजनक टिप्पणी का जिक्र किया। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा नेता के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई।

मोइत्रा ने कहा कि “रमेश बिदुरी संसद में खड़े होते हैं और कुछ मुस्लिम सांसदों में से एक दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं। बिदुरी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि अली को गाली देते हुए आप अल्पसंख्यकों से नफरत करते हैं। आप महिलाओं से नफरत करते हैं। आप नारी शक्ति से नफरत करते हैं।

रिपोर्ट पढ़ने के लिए चार दिन की मांग

उन्होंने कहा, “मैं 49 साल की हूं, मैं अगले 30 साल तक आपसे लड़ती रहूंगी, संसद के अंदर, संसद के बाहर, गटर में, सड़क पर।” इल दौरान महुआ मोइत्रा के साथ कांग्रेस की दिग्गज नेता सोनिया गांधी और अन्य विपक्षी नेता मौजूद थे। लोकसभा की आचार समिति ने महुआ मोइत्रा को व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के साथ अपने संसदीय लॉगिन साझा करने का दोषी पाए जाने के बाद उनके निष्कासन की सिफारिश की थी। इससे पहले आज कांग्रेस ने लंबी रिपोर्ट का अध्ययन करने के लिए कम से कम चार दिन की मांग की थी।

थरूर की राय

इस मामले को लेकर थरूर ने कहा कि “यह रिपोर्ट बेहद अपर्याप्त दस्तावेज है। यह किसी भी रिपोर्ट के बुनियादी मानकों को पूरा करने में विफल है। जो निष्कासन की इतनी नाटकीय सिफारिश के साथ आ सकती है। इसे स्पष्ट रूप से बिना किसी गंभीर चर्चा के 2.5 मिनट में अपनाया गया है।”

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