क्या है पूरा मामला?
फौरन हरकत में आई पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही दुर्गापुर पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की. आसपास के गांवों में तलाशी अभियान चलाया गया और जंगलों में ड्रोन की मदद से सर्च ऑपरेशन किया गया. रविवार को पुलिस ने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया और एक अन्य व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. तीनों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं. पीड़िता की हालत में सुधार बताया जा रहा है और उसने पुलिस को अपना बयान दे दिया है. पुलिस इस पूरे मामले की जांच तेज़ी से आगे बढ़ा रही है.
ममता बनर्जी का बयान से बढ़ा बवाल
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह एक निजी कॉलेज है. लड़की रात 12:30 बजे बाहर क्यों गई? यह वन क्षेत्र है. निजी कॉलेजों को अपनी छात्राओं की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए. लड़कियों को रात में बाहर (कॉलेज से) जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस सभी आरोपियों को जल्द पकड़ेगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. लेकिन उनके बयान में लड़कियों की ‘आवागमन की आज़ादी’ पर सवाल उठाने को लेकर कई संगठनों ने आपत्ति जताई है.
विपक्ष और महिला संगठनों का विरोध
मुख्यमंत्री के बयान के बाद विपक्षी दलों और महिला अधिकार संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उनका कहना है कि सरकार को अपराधियों पर कार्रवाई पर ध्यान देना चाहिए, न कि पीड़िता के व्यवहार पर सवाल उठाना चाहिए. कई नेताओं ने इसे “विक्टिम ब्लेमिंग” करार दिया है.